21 फरवरी को किसानों का दिल्ली कूच करने का एलान
नई दिल्ली। Farmers Protest : किसानों के कई अन्य गुटों द्वारा दिल्ली कूच करने के एलान के बाद दिल्ली पुलिस ने फिर से सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। पिछले चार दिनों से शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा किसी तरह का उपद्रव न करते देख दिल्ली पुलिस ने सीमाओं पर बैरिकेडिंग में कुछ ढिलाई दे दी थी, लेकिन सोमवार रात भाकियू सिद्धपुर गुट द्वारा 21 फरवरी से दिल्ली कूच करने के एलान व टिकैट के एक्स पर किए गए पोस्ट के बाद दिल्ली पुलिस फिर से सर्तक हो गई है।
मंगलवार को पुलिस मुख्यालय समेत कई जगहों पर दिनभर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों की मीटिंग होती रहीं। मीटिंग में सीमाओं पर सख्ती के तरीके को लेकर रणनीति तय की जाती रही। सीमाओं पर सख्ती करने से सुबह व शाम के समय भीषण जाम लगा। लोग घंटों जाम में फंसे रहे, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
फिर से बैरिकेडिंग की गई मजबूत
टिकैट ने मंगलवार सुबह एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पिछली बार 13 महीने तक आंदोलन चला था इस बार और लंबा चलेगा। उक्त पोस्ट के बाद गाजीपुर सीमा समेत यूपी से लगे अप्सरा, भोपुरा आदि सभी छोटे रास्तों पर फिर से मजबूत बैरिकेडिंग कर दी गई। यूपी से लगे दिल्ली की किसी सीमा को अभी पूरी तरह से बंद नहीं किया गया है।
की गई ये व्यवस्था
गाजीपुर सीमा पर मुर्गा मंडी के पास फ्लाईओवर की दोनों तरफ की सर्विस रोड को ही केवल बंद किया गया है। गाजीपुर, चिल्ला, भोपुरा बॉर्डर पर वाटर केनन समेत अन्य वाहनों को फिर से खड़ा कर दिया गया। दिल्ली पुलिस, यूपी पुलिस से लगातार हर सूचना साझा कर रही है। यूपी पुलिस से कहा गया है कि वे किसानों को किसी सूरत में सीमा तक न आने दें।
विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि सीमाओं पर पर्याप्त तैयारी की गई है। जैसे ही किसानों के दिल्ली की तरफ कूच करने की सूचना मिलेगी सीमाओं को तुरंत बंद कर दिया जाएगा। किसानों को किसी सूरत में दिल्ली में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
सिंघु, टीकरी व औचंदी बॉर्डर पहले से बंद कर दिए हैं। मंगलवार को सिंघु सीमा पर और अधिक संख्या में अर्द्घसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई। यहां तो पहले ही सात आठ लेयर के अलग-अलग तरीके से बैरिकेडिंग कर दोनों तरफ की सड़कों को बंद किया जा चुका है लेकिन पैदल चलने वाले लोगों को आने जाने दिया जा रहा था। मंगलवार को पैदल चलने वाले लोगों के आवागमन पर भी रोक लगा दिया गया।
सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया। यहां और अधिक जर्सी बैरियर लगाकर उसके बीच सीमेंट व क्रंक्रीट के मोटे घोल डाल दिए गए। यहां दिनभर सीआरपीएफ व बीएसएफ आदि के जवान विषम परिस्थितियों में हथियार व आंसू गैस के गोले चलाने की तैयारी पुख्ता करने के लिए माकड्रिल करते रहे।
किसानों के दिल्ली कूच के एलान के बाद टीकरी बॉर्डर पर भी काफी हलचल रही। स्थानीय लोगों में भी डर नजर आया। सुरक्षा पहले से और पुख्ता कर दी गई। टीकरी बॉर्डर पर अब और अधिक कंटेनर लगाकर पांच लेयर की सुरक्षा कर दी गई है। सुरक्षाबलों की संख्या में भी अधिक बढ़ोतरी कर दी गई।
दिल्ली की तरफ से हरियाणा जाने वाली दोनों तरफ की सड़कों में अब केवल एक पर ही पैदल निकलने का रास्ता छोड़ा गया है। एक तरफ का रास्ता ट्राला लगाकर बंद किया गया। कालिंदी कुंज, बदरपुर व आया नगर सीमाओं पर भी चौकसी बढा दी गई। दिन भर आला अधिकारी सीमाओं पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।