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30 साल बाद कुंभ में शनि-शुक्र का संयोग, इन राशियों की चमकने वाली है किस्मत-भर जाएगी तिजोरी!

30 साल बाद कुंभ में शनि-शुक्र का संयोग, इन राशियों की चमकने वाली है किस्मत-भर जाएगी तिजोरी!



वैदिक ज्योतिष में जहां एक तरफ शनि ग्रह को कर्म प्रधान ग्रह का दर्जा दिया गया है (अर्थात एक ऐसा ग्रह जो व्यक्ति को उनके कर्मों के आधार पर फल देता है), आपके कर्म अच्छे होंगे तो शनि देव आपको हमेशा अच्छे फल देंगे और अगर आपके कर्म खराब हैं तो शनि देव का गुस्सा भी आपको झेलना पड़ेगा। इसके अलावा बात करें शुक्र की तो शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष में सुंदरता, सुख, विलासिता से संबंधित ग्रह माना गया है।

यह दोनों ही विपरीत प्रकृति के ग्रह जल्द ही युति करने वाले हैं। युति अर्थात एक ही राशि में एक ही समय में होने वाले हैं। अपने इस खास ब्लॉग के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे कि शुक्र और शनि की यह युति जातकों के जीवन पर किस तरह से प्रभाव डालेगी।

कब बनेगा यह संयोग?

जानकारी के लिए बता दें मार्च की शुरुआत में शनि और शुक्र का यह शुभ संयोग बनने वाला है और कुंभ राशि में यह संयोग 30 वर्षों के बाद बनेगा जिस दौरान ऐसी तीन राशियाँ हैं जिनकी किस्मत बदलने वाली है। इन्हें शनि और शुक्र भर भर के आशीर्वाद देंगे जिससे इनके जीवन में धन दौलत की बढ़ोतरी होगी। आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कौन सी है ये खुशनसीब राशियाँ। 

30 वर्षों बाद शनि शुक्र की युति इन राशियों को करेगी मालामाल

वृषभ राशि: सबसे पहली जिस राशि पर शनि शुक्र की यह युति आशीर्वाद बरसाने वाली है वह है वृषभ राशि। शुक्र और शनि का संयोग वृषभ जातकों के लिए बेहद ही शुभ और लाभकारी साबित होने वाला है क्योंकि यह संयोग आपकी राशि से कर्म भाव पर बनेगा। इसके अलावा शुक्र ग्रह वृषभ राशि के स्वामी भी हैं इसीलिए इस राशि के जातकों को अपने कार्यक्षेत्र के साथ-साथ अगर आप व्यापार करते हैं तो उसमें भी अच्छी तरक्की और सफलता प्राप्त होगी। काम और कारोबार के संबंध में आपको ढेरों यात्राएं करनी पड़ सकती है और इन यात्राओं से आपको लाभ भी मिलेगा। इसके अलावा सामाजिक क्षेत्र में आपका मान सम्मान और रुतबा बढ़ेगा। नौकरी में अधिकारी, आपके बॉस और सीनियर लोग आपके काम के प्रशंसा करेंगे जिसके दम पर आप कोई प्रोत्साहन, वेतन वृद्धि भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा इस राशि के जो लोग बेरोजगार हैं उन्हें कोई अच्छी और नई नौकरी का प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। इस राशि के व्यापारी जातक अच्छा मुनाफा कमाएंगे। साथ ही आप अपने व्यापार का विस्तार करने की भी योजना बना सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो शुक्र शनि की यह युति आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं साबित होने वाली है।

सिंह राशि: दूसरी जिस राशि के लिए यह संयोजन बेहद ही शुभ रहने वाला है वह है सिंह राशि। सिंह राशि के जातकों के लिए यह युति आपके सप्तम भाव में बनेगी। आपको इस अवधि में अपने पार्टनरशिप के काम में लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा जो लोग पहले से ही वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं उनका वैवाहिक जीवन खुशनुमा बनेगा। इस राशि के जो जातक अभी तक विवाहित नहीं हैं उनके लिए कोई अच्छा विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। सरकारी क्षेत्र से संबंधित अगर आपका कोई काम रुका या अटका हुआ था तो वह भी पूरा हो सकता है। साथ ही सरकारी कार्य में आपको लाभ भी मिलने वाला है। इसके अलावा शनि देव ने आपकी गोचर कुंडली में शश नाम का राजयोग भी स्थापित किया हुआ है। ऐसे में सिंह राशि के व्यापारी जातकों को इससे अच्छा लाभ मिलने वाला है। अगर आप इस अवधि में कड़ी मेहनत करते हैं तो आपको राजा बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

वृश्चिक राशि: तीसरी और आखिरी जिस राशि के लिए शनि शुक्र की यह युति बेहद ही खास रहेगी वह है वृश्चिक राशि। आपकी राशि से चतुर्थ भाव में यह युति होने जा रही है। ऐसे में वृश्चिक राशि के जो जातक वाहन या प्रॉपर्टी खरीदने का लंबे समय से मन बना रहे थे उन्हें इस संदर्भ में आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में सभी भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति होने वाली है। नौकरी में प्रमोशन आपको प्राप्त होगा। साथ ही आपके पिता और पैतृक संपत्ति से भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा सामाजिक क्षेत्र में आपका मान प्रतिष्ठा बढ़ने वाली है। जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों, अधीनस्थों, बॉस और वरिष्ठ अधिकारियों से प्रोत्साहन और लाभ मिलेगा। इसके अलावा इस अवधि में आपको अपनी माता जी से भरपूर सहयोग मिलने वाला है जिसके दम पर आप जीवन में बड़े मुकाम हासिल करेंगे।

शुक्र-शनि की युति क्यों है खास? ज्योतिष शास्त्र में शनि और शुक्र मित्र ग्रह माने जाते हैं। जहां एक तरफ शनि और शुक्र एक दूसरे के मित्र होते हैं वहीं साल 2024 अर्थात इस वर्ष इन दोनों की युति से कई शुभ योगों का निर्माण भी होगा। जहां एक तरफ शुक्र ग्रह को ऐशो आराम, सुख, समृद्धि, संपन्नता का कारक माना जाता है वहीं दूसरी तरफ शनि को अच्छे कर्म करने वाले जातकों को शुभ फल देने वाला ग्रह माना गया है। ऐसे में जिस भी जातक की कुंडली में यह दोनों ही ग्रह शुभ स्थिति में मौजूद होते हैं उन्हें इस संयोजन से बेहद ही अनुकूल परिणाम मिलने वाले हैं।