प्रधानमंत्री मोदी की जाति को लेकर राहुल के बयान पर BJP का पलटवार
शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2024
राहुल गांधी ने PM मोदी की जाति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते पीएम मोदी ने अपनी जाति को ओबीसी में अधिसूचित किया था। भाजपा ने उनके बयान को खारिज करते हुए कहा कि पीएम मोदी के मुख्यमंत्री पद संभालने से दो साल पहले ही जाति को ओबीसी में शामिल जा चुका था।
PM नरेंद्र मोदी ने बीते बुधवार राज्यसभा में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में विकास धीमा हुआ था, लेकिन हमने रफ्तार को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पिछड़े वर्गों के लोगों को आगे बढ़ाना ही नहीं चाहती है। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए किया और कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने खुद की जाति को ओबीसी में शामिल किया था। जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच ठन गई है। भाजपा ने उनके दावे को खारिज करते हुए कहा कि गुजरात सूचना आयोग ने 25 जुलाई 1994 को मोध-घांची को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया था। यह वही जाति है जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित हैं।
कांग्रेस सरकार में गुजरात के उपमुख्यमंत्री रहे नरहरि अमीन ने राहुल के दावे को किया खारिज
बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरहरि अमीन ने भी पोस्ट कर राहुल गांधी के दावे को खारिज किया है। उन्होंने अपनी एक्स पर पोस्ट की एक श्रंखला में कहा कि जब मैं कांग्रेस सरकार में गुजरात के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत था, तब गुजरात सूचना आयोग ने 25 जुलाई 1994 को मोध-घांची को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया था। यह वही जाति है जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित हैं। बाद में गुजरात सूचना आयोग की सिफारिशों पर अमल करते हुए केंद्र सरकार ने साल 1999 में इस जाति को ओबीसी में शामिल कर लिया था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में ओबीसी का दर्जा पहली बार साल 1992 में तब लागू हुआ जब सुप्रीम कोर्ट ने उस साल इंदिरा साहनी फैसले में 1990 में जारी सरकारी आदेश को बरकरार रखा था। 1990 में जारी आदेश में कहा गया था कि जाति पिछड़ेपन का एक स्वीकार्य संकेतक है। अतः वर्ष 1992 से पहले किसी भी जाति को ओबीसी श्रेणी में शामिल किया जाना संभव नहीं था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इस मुद्दे पर मूर्खतापूर्ण झूठ पकाकर ओबीसी समुदायों का अपमान कर रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि वे तुरंत अपना झूठ वापस लें। उन्हें ओबीसी को बदनाम करना बंद करना चाहिए।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने की राहुल गांधी से माफी की मांग
वहीं, पीएम मोदी की जाति को लेकर राहुल गांधी के बयान पर अब राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने कहा कि ओबीसी समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर राहुल गांधी के बयानों से नाराज हैं। इसी के साथ आयोग ने कहा कि ओबीसी समुदाय के प्रति राहुल के मन में जो नफरत है वो उन्हें स्पष्ट रूप से अपने पूर्वजों से विरासत में मिली है। संसद के पटल पर प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के आरक्षण विरोधी रवैये को उजागर किया। आयोग ने कहा कि मंडल आयोग के विरोध में संसद में राजीव गांधी की टिप्पणियों के बारे में तो सभी जानते हैं। आज राहुल गांधी करोड़ों पिछड़े वर्ग के लोगों को अपमानित कर रहे हैं और विभाजन के बीज बोने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, पीएम मोदी की जाति को लेकर राहुल गांधी के बयान पर अब राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने कहा कि ओबीसी समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर राहुल गांधी के बयानों से नाराज हैं। इसी के साथ आयोग ने कहा कि ओबीसी समुदाय के प्रति राहुल के मन में जो नफरत है वो उन्हें स्पष्ट रूप से अपने पूर्वजों से विरासत में मिली है। संसद के पटल पर प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के आरक्षण विरोधी रवैये को उजागर किया। आयोग ने कहा कि मंडल आयोग के विरोध में संसद में राजीव गांधी की टिप्पणियों के बारे में तो सभी जानते हैं। आज राहुल गांधी करोड़ों पिछड़े वर्ग के लोगों को अपमानित कर रहे हैं और विभाजन के बीज बोने की कोशिश कर रहे हैं।