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सपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता ऋचा सिंह ने थामा भाजपा का दामन

सपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता ऋचा सिंह ने थामा भाजपा का दामन


 प्रयागराज।  सपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता ऋचा सिंह ने थामा भाजपा का दामन।

इलाहबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला छात्र संघ अध्यक्ष रही हैं ऋचा, सपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी का किया था विरोध। 

ऋचा द्वारा पार्टी के खिलाफ लगातार किए जा रहे हमलों से नाराज़ होकर सपा ने 21 फरवरी 2023 को उन्हें पार्टी से निकाल दिया था।  

लखनऊ में BJP प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री अमरपाल की मौजूदगी में वो भाजपा में शामिल हुईं।




इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता डॉ. ऋचा सिंह ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक की मौजूदगी में ऋचा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह ने प्रयागराज पश्चिम विधानसभा से 2017 और 2022 का विधान सभा चुनाव लड़ा था। दोनों ही चुनाव में उन्हें भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थनाथ सिंह से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। चुनाव में हार के बाद वह लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रही थीं।


स्वामी प्रसाद का विरोध करने पर सपा से की गई थीं निष्कासित



सपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस सहित देवी देवताओं के खिलाफ की गई कथित अभद्र टिप्पणी का विरोध करने पर पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋचा सिंह को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस पर की गई टिप्पणी का विरोध करना पार्टी नेता ऋचा सिंह को भारी पड़ गया था। सपा ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्र को निष्कासित कर दिया। ऋचा ने निष्कासन को पार्टी की महिला विरोधी मानसिकता करार दिया था।

सपा नेता मनीष जगन के खिलाफ दर्ज कराया था केस

ऋचा सिंह ने सपा सोशल मीडिया के प्रभारी मनीष जगन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी और छेड़खानी का मुकदमा लखनऊ में दर्ज कराया था। ट्विटर पर मनीष ने ऋचा सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। जिस पर आपत्ति जाहिर करते हुए ऋचा ने मुख्यमंत्री और डीजीपी को पत्र भेजकर मनीष के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई थी। इसके बाद मनीष के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया।