एवीबीपी के कार्यकर्ताओं ने फूका ममता बनर्जी का पुतला, लगाए नारे
एवीबीपी के कार्यकर्ताओं ने फूका ममता बनर्जी का पुतला,लगाए नारे
बंगाल के संदेशखाली में हज़ारों महिलाओं के उत्पीड़न के विरोध में उतरा संगठन
संदेश खली की घटना को बताया राज्य प्रेरित संगठित अपराध- ऋषभ द्विवेदी
कौशाम्बी। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हजारों महिलाओं के साथ शारीरिक उत्पीड़न के खिलाफ गुरुवार को जिला मुख्यालय मंझनपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंक कर अपना विरोध दर्ज कराया। संदेश खाली की इस घटना को राज्य प्रायोजित संगठित अपराध बताते हुए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग उठाई।
इस मौके पर बोलते हुए एबीवीपी के विभाग संयोजक ऋषभ द्विवेदी ने कहां की जिस तरीके से पश्चिम बंगाल में हजारों महिलाओं के साथ शारीरिक उत्पीड़न किया गया उसके बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई यही नहीं मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को बॉर्डर पर कराकर बांग्लादेश में मैं भागने का काम किया गया है पूरे अपराध में जिस तरीके से आरोपियों को बचाया गया उसे यह साबित होता है कि इन आरोपियों के पीछे राज्य सरकार इसलिए यह पूरी तरह से राज्य प्रायोजित संगठित अपराध की श्रेणी में आता है।
पूरे मामले में महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए जरूरी है कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन को लागू किया जाए जिससे इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच हो सके और सभी दोषी सलाखों के पीछे हों। इस मौके पर शिव बाबू चौधरी, कुलांशु सिंह, अमन मिश्रा, दिव्यांश द्विवेदी, अगम तिवारी, आर्यन तिवारी, अतुल, सचिन मौर्य, मोनू गौतम, कमल , सूर्य दीप सिंह, शिवम द्विवेदी सहित सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।