PM ने भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा, अपने कार्यों से देश पर छोड़ी गहरी छाप
शनिवार, 10 फ़रवरी 2024
भारत रत्न का अर्थ उन व्यक्तियों को सम्मानित करना होता है जिन्होंने किसी न किसी रूप में राष्ट्र की प्रगति में असाधारण योगदान दिया हो। भारत की कृषि नीतियों को आकार देने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में चौधरी चरण सिंह की भूमिका इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के मानदंडों के साथ सहजता से मेल खाती है। निःसंदेह यही बात पीवी नरसिंह राव और एमएस स्वामीनाथन पर भी लागू होती है।
भारत ने समय-समय पर ऐसे व्यक्तियों का उदय देखा है, जिनके योगदान ने देश की प्रगति पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है। ऐसे ही एक दिग्गज नेता थे चौधरी चरण सिंह, जिन्हें किसानों का मसीहा भी कहा गया। उनकी राजनीतिक विरासत उन्हें भारत रत्न सम्मान देने का हकदार बनाती है। चौधरी चरण सिंह के साथ एक और पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव को भी भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा हुई। वह इस सम्मान के सच्चे हकदार थे, क्योंकि वह आर्थिक सुधारों के जनक और नायक थे। उन्होंने एक ऐसे समय देश की बागडोर संभाली थी, जब तमाम समस्याएं सिर उठाए खड़ी थीं।