गाजा में गहराया मानवीय संकट, कुपोषण के कारण अब तक 15 बच्चों की मौत
कायरो। पश्चिम एशिया में बीते साढ़े 4 महीने से अधिक समय से जारी हिंसक संघर्ष के कारण अब तक लगभग 30 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस युद्ध का सबसे अधिक असर महिलाओं और बच्चों पर दिख रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जानकारी दी गई है कि गाजा में हालात के और भी ज्यादा खराब होने की पूरी आशंका है। गाजा की एक चौथाई आबादी भुखमरी के कगार पर पहुंच चुकी है और उत्तरी गाजा में 2 साल से कम उम्र के हर छह में से 1 बच्चा कुपोषण का शिकार हो रहा है। अब तक कुपोषण से 15 बच्चों की मौत हो गई है।
इसी बीच, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि वहां पर कुपोषण और पानी के कमी के कारण भी अब तक कई बच्चों की मौत हो चुकी है।
कुपोषण से 15 बच्चों की मौत
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "गाजा के कमाल अदवान अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में कुपोषण और निर्जलीकरण से कम से कम 15 बच्चों की मौत हो गई है।" गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा, "हमें बिजली जनरेटर और ऑक्सीजन की समाप्ति और चिकित्सा क्षमताओं की कमजोरी के कारण अस्पताल की गहन देखभाल इकाई में कुपोषण और दस्त से पीड़ित 6 बच्चों के जीवन पर अभी भी खतरा बना हुआ है।"
छह में से एक बच्चा कुपोषण का शिकार
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को जानकारी दी गई है कि गाजा में हालात के और भी ज्यादा खराब होने की पूरी आशंका है। गाजा की एक चौथाई आबादी भुखमरी के कगार पर पहुंच चुकी है और उत्तरी गाजा में 2 साल से कम उम्र के हर छह में से एक बच्चा कुपोषण का शिकार हो रहा है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काऊ ने कहा कि गाजा में बच्चों के कुपोषण का यह स्तर दुनिया के किसी भी हिस्से में देखा गया अब तक का सबसे गंभीर स्तर है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हालात में बदलाव नहीं आया तो उत्तरी गाजा में अकाल फैल जाएगा।
उत्तरी गाजा में बद-से-बदतर हालात
समाचार एजेंसी के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है कि युद्धग्रस्त गाजा की 23 लाख की पूरी आबादी खाद्य असुरक्षा के गंभीर खतरे या बदतर हालात से जूझ रही है। उत्तरी गाजा में हालात और भी ज्यादा खराब है, लोगों को खाने-पीने की चीजों से लेकर अन्य कई प्रकार की मानवीय आपूर्ति की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।