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दिल्ली के वाहन चालक सावधान, चालान से बचने के लिए पढ़ें ये जरूरी खबर

दिल्ली के वाहन चालक सावधान, चालान से बचने के लिए पढ़ें ये जरूरी खबर

 


नई दिल्ली। अगर आप के पास आपके वाहन का वैध प्रदूषण नियंत्रण (PUC) प्रमाणपत्र नहीं है तो अब यह लापरवाही आप को भारी पड़ने वाली है। परिवहन विभाग ने वाहनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड कैमरों से नजर रखने के साथ E-चालान भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग ने हर जिले के 2-3 पेट्रोल पंपों पर PUC प्रमाणपत्र जांच करने के लिए विशेष कैमरे लगाए हैं।

परिवहन विभाग ने PUC प्रमाणपत्र नहीं बनवाने वालों को कार्रवाई के दायरे में लाने के लिए नई रणनीति अपनाई है। इसके तहत दिल्ली में अलग-अलग स्थानों के 25 पेट्रोल पंपों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे पेट्रोल पंप पर आने वाले वाहनों की नंबर प्लेट को पढ़ते हैं और वाहन के PUC प्रमाण पत्र के बारे में पता करते हैं।

मोबाइल नंबर पर जाता है मैसेज

अगर PUC वैध नहीं है तो कैमरा उसी समय संबंधित वाहन चालक के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर वाहन का PUC नहीं होने के बारे में संदेश भेजता है। इसके बाद भी चालक वाहन का PUC प्रमाणपत्र नहीं बनवाता है तो संदेश के दो घंटे के बाद सिस्टम संबंधित वाहन चालक के पास ई-चालान भेज देता है।

23 फीसद से ज्यादा वाहनों पर PUC नहीं

इस व्यवस्था के तहत पिछले एक माह में पेट्रोप पंपों पर आने वाले 88,347 वाहनों के PUCC जांच की गई, जिसमें सामने आया कि 20,942 वाहनों के पास वैध PUC नहीं थे। यानी 23.70 प्रतिशत वाहन वैध PUCC के बिना पाए गए।

5 हजार से ज्यादा वाहन चालकों को भेजा चालान

परिवहन विभाग संदेश भेजे जाने के बाद बड़ी जागरुकता यह देखी गई कि 15 हजार 740 वाहन चालकों ने दो घंटे के अंदर PUC प्रमाणपत्र बनवा लिए, मगर दो घंटे के अंदर PUCC नहीं बनवाने वाले 5,202 वाहन मालिकों के मोबाइल पर परिवहन विभाग ने 10-10 हजार रुपये के E-चालान भेज दिए।

परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह व्यवस्था एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है। इस व्यवस्था में सभी काम स्वचालित तरीके से किया जा रहा है, इसमें मानवीय हस्तक्षेप की गुंजाइश नहीं है।

एआई बेस्ड कैमरे कर रहे मदद

उन्होंने कहा कि एआई बेस्ड कैमरे वाले वाले 25 पेट्रोल पंपों की लोकेशन को उजागर नहीं किया गया है। क्योंकि इसका पता लगने से लोग डर से इन पेट्रोल पंपों पर नहीं जाएंगे। इससे इनके मालिकों को व्यापार में नुकसान हो सकता है। पंप मालिकों को विश्वास में लिया गया है।

उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग अपने वाहनों का इस्तेमाल स्थानीय स्तर पर करते हैं और पकड़े जाने से बचते हैं। लेकिन पेट्रोल पंपों पर प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल होने से अब अधिकारियों को चकमा नहीं दे पाएंगे।  एक वैध PUC सिर्फ नियमों का पालन करने के बारे में नहीं है, बल्कि प्रदूषण को रोकने के बारे में भी है।