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 आधुनिक मशीनों से लैस होंगे ठाकुरगंज टीबी व रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल

आधुनिक मशीनों से लैस होंगे ठाकुरगंज टीबी व रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लैप्रोस्कोप, एनस्थीसिया वर्क स्टेशन के लिए दी वित्तीय स्वीकृति, प्रदेश के अन्य अस्पतालों में भी बढ़ेंगी आधुनिक सुविधाएं 



4 मार्च, लखनऊ।  ठाकुरगंज टीबी सह संयुक्त चिकित्सालय को आधुनिक मशीनों से लैस किया जायेगा। नेत्र रोग विभाग के लिए एनस्थीसिया वर्क स्टेशन व आधुनिक लैप्रोस्कोप मशीनें खरीदी जाएंगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मशीनों की खरीद के लिए 10.79 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। 

उन्होंने बताया कि टीबी सह संयुक्त चिकित्सालय में ही अन्य आधुनिक मशीनों की खरीद व स्थापना के लिए 40 लाख रुपये की अतिरिक्त वित्तीय स्वीकृति दी गयी है। राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय को भी अपग्रेड किया जायेगा। अत्याधुनिक उपकरण लगाए जायेंगे। इस पर 1.05 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि आगरा में अत्याधुनिक चिकित्सकीय उपकरणों के लिए 4.60 करोड़ रुपये की वित्तीय मंजूरी दी गई है। इससे आगरा व आसपास के इलाकों के मरीजों को लाभ मिलेगा। डिप्टी सीएम ने बताया कि मऊ में नवनिर्मित 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय, घोसी में चिकित्सकीय फर्नीचर के लिए 58.63 लाख रुपये, अम्बेडकर नगर स्थित एम०जे०पी० जिला संयुक्त चिकित्सालय में गायनोकोलॉजी, एस०एन०सी०यू० अन्य वार्ड और ऑपरेशन थिएटर में अत्याधुनिक चिकित्सकीय उपकरणों की खरीद के लिए 3.36 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गयी है। गोरखपुर जिला महिला चिकित्सालय में भी 2.12 करोड़ रुपये से उपकरण खरीदे जायेंगे।


इन सीएचसी की बदलेगी सूरत 

डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रदेश के 14 जिलों के अस्पतालों की सूरत बदलेगी। अस्पतालों में इलाज के संसाधन बढ़ाये जायेंगे। अल्ट्रासाउंड मशीनें खरीदी जायेंगी। इसके लिए 3.92 करोड़ रुपये  वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। इनमें श्रावस्ती की लक्ष्मणपुर बाजार, बलिया की सहतवार, बलरामपुर की हरैया सतधरवा, उन्नाव की ऊंचागांव, मुजफ्फरनगर की सिरौली, कौशाम्बी की करारी, हापुड़ की दो बहादुरगढ़ व गोहरा आलमगीर, चित्रकूट की रैपुरा, महोबा की श्रीनगर, लखनऊ की बेहटा, बदायूँ की इस्लामनगर, सुल्तानपुर की डिहदुग्धुपुर, प्रतापगढ़ की पृथ्वीगंज एट औवर, तथा पीलीभीत की देवरियाकला स्थित सीएचसी में एक-एक अल्ट्रासाउण्ड मशीन स्थापित की जायेंगी। इन सीएचसी में अस्पतालों में एक-एक रोगी वाहन भी उपलब्ध कराये जायेंगे।