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 राजधानी की विद्युत व्यवस्था और बेहतर बने इसके लिये आगामी 3 दिन फीडर वाइज अधिकारी करेंगे पट्रोलिंग

राजधानी की विद्युत व्यवस्था और बेहतर बने इसके लिये आगामी 3 दिन फीडर वाइज अधिकारी करेंगे पट्रोलिंग



लखनऊ।  उपभोक्ताओं को अच्छी बिजली मिले और राजधानी की विद्युत व्यवस्था ट्रिपिंग विहीन हो इसके लिये लेसा के अन्तर्गत समस्त अधिकारी और कर्मचारी आगामी तीन दिन फीडर वाइज पेट्रोलिंग करेंगे। इसमें विद्युत लाइनों से लेकर समस्त विद्युत उपकरणों की जॉच-परख करेंगे और कहीं कोई जरूरत हुई तो उसे तत्काल ठीक करायेंगे। जिससे विद्युत आपूर्ति व्यवस्था और बेहतर बनें।

यह निर्देश आज शक्ति भवन में आयोजित राजधानी की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुये उ0प्र0 पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ0 आशीष गोयल ने दिये। उन्होंने कहाकि प्रत्येक अधिकारी के पास फीडर वाइज विस्तृत जानकारी रहनी चाहिए जिससे किसी भी सम्भावित विद्युत फाल्ट का समय से निस्तारण कराया जा सके।

अध्यक्ष ने निर्देशित किया कि 1912 पर प्राप्त सूचनाओं का भी तत्काल निस्तारण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहाकि विद्युत सम्बन्धी कार्यों के लिये गार्मियों में शट डाउन से बचना चाहिए। 

उन्होंने कहाकि असिस्टेड मीटर रीडिंग और बिलिंग शत प्रतिशत होनी है। इससे व्यवस्था में सुधार होगा। अध्यक्ष ने कहाकि हमें ट्रिपिंग, ट्रांसफार्मर छतिग्रस्तता विद्युत दोषों पर अपनी सोंच बदलनी है कि यह सामान्य घटना है। लापरवाही के कारण ऐसी घटनायें होती हैं।

अध्यक्ष ने कहाकि राजधानी लखनऊ (लेसा अन्तर्गत क्षेत्र को) ट्रिपिंग विहीन एक आदर्श विद्युत व्यवस्था वाला क्षेत्र बनाना है। इसके लिये हर अधिकारी एवं कर्मचारी अपने निर्धारित दायित्वों एवं लक्ष्यों को कठिन मेहनत और ईमानदारी के साथ पूरा करें। जो कार्मिक अच्छा काम करके परिणाम नहीं देगा। वह लेसा के अन्तर्गत नहीं रहेगा। 

शक्ति भवन के 15वें तल पर एस0डी0ओ एवं उसके ऊपर के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुये अध्यक्ष ने कहाकि आप लोग राजधानी की विद्युत व्यवस्था के महत्वपूर्ण अंग है। आपकी जिम्मेदारी है कि यहॉ की विद्युत व्यवस्था एक आदर्श व्यवस्था हो जहॉ विद्युत आपूर्ति ट्रिपिंग विहीन और उच्च क्वालिटी की हो, उपभोक्ता को सही रीडिंग का बिल मिले, उपभोक्ताओं के किसी भी समस्या का तुरन्त निराकरण हो, नये कनेक्शन आसानी से प्राप्त हो, लाइन हानियॉ कम से कम हो, बिजली चोरी पूरी तरह बन्द हो तथा जितनी बिजली दें उतना बिजली का बिल जमा करायें।

अध्यक्ष ने कहाकि जहॉ कही कामर्शियल कार्य हो रहा हो वहॉ कामर्शियल कनेक्शन दिया जाये। किसी भी उपभोक्ता को परेशान न किया जाये। लोड की जॉच की जाये, सही मीटर रीडिंग की जाये तथा सही विधा का कनेक्शन दिया जाये।

अध्यक्ष ने कहाकि राजधानी में कोई भी ट्रांसफार्मर लापरवाही के कारण नहीं क्षतिग्रस्त होना चाहिए। अनुरक्षण के लिये काफी धनराशि दी गयी है। लखनऊ की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये आर0डी0एस0एस0 में तथा बिजनेस प्लान के तहत कार्य कराये गये है। इसके बाद राजधानी में कोई समस्या नहीं रहनी चाहिए। 

अध्यक्ष ने कहाकि गार्मियों में विद्युत आपूर्ति के लिये अत्यन्त संवेदन शीलता रहती है। राजधानी में बिजली नहीं जानी चाहिए।

अध्यक्ष ने कहाकि उपभोक्ताओं को चेक करिये, सही रीडिंग का बिल भेजिये। इसके लिये असिस्टेड मीटर रीडिंग करिये। मीटर रीडिंग के लिये विद्युत निगमों के अधिकारी मीटर रीडर के साथ जायें। अधिशाषी अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता तथा मुख्य अभियन्ता भी रीडिंग लें। सही लोड निर्धारण करिये साथ ही सही विधा सुनिश्चित करिये। अध्यक्ष ने अधिशाषी अभियन्ताओं एवं अधीक्षण अभियन्ताओं से उनके क्षेत्र में विद्युत सम्बन्धी कार्यों की विस्तृत पूॅछतांछ करते हुये उन्हें आवश्यक निर्देश दिये।

अध्यक्ष ने कहाकि उपभोक्ता हमारे लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हम जनसेवक हैं। उनके प्रति संवेदनशीलता बढ़ाइयेे। उनकी शिकायतों एवं समस्याओं का तत्काल निराकरण करिये।

अध्यक्ष ने कहाकि बकाया वसूली के लिये लगातार सम्पर्क बनाकर बिल वसूली के लिये प्रयास करिये। उपभोक्ता अपना बिल स्वयं जमा करेगा। आज कोई भी बिजली के बिना नहीं रहना चाहता। कनेक्शन काटना ही समस्या का हल नहीं है।

बैठक को प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार, मध्यांचल के प्रबन्ध निदेशक भवानी सिंह खगरौत ने भी सम्बोधित किया।