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कैसरगंज से सामने आई बड़ी ख़बर, बृजभूषण शरण सिंह नहीं होंगे बीजेपी से उम्मीदवार

कैसरगंज से सामने आई बड़ी ख़बर, बृजभूषण शरण सिंह नहीं होंगे बीजेपी से उम्मीदवार



सूत्रों के मुताबिक बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण सिंह को बीजेपी टिकट दे रही है और वो कैसरगंज से नामांकन दाखिल करेंगे।

सूत्रों की मानें तो बीजेपी आलाकमान से बृजभूषण शरण सिंह की फ़ोन पर बात हुई है।

उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कौन उम्मीदवार होगा, इसको लेकर अभी तक पार्टी ने पत्ते नहीं खोले हैं. साथ ही साथ समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. बीजेपी भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष व पार्टी से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट सकती है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि बीजेपी आलाकमान से बृजभूषण सिंह की कैसरगंज लोकसभा सीट पर उम्मीदवारी को लेकर फोन पर बात हुई है.

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दे सकती है. करण भूषण सिंह ने लोकसभा कैसरगंज से चार सेट फार्म लिया गया. ये जानकारी बीजेपी की तरफ से दी गई है. यही नहीं, पार्टी उनकी पत्नी के नाम पर भी विचार कर सकती है. करण भूषण सिंह बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं. बड़े बेटे प्रतीक बीजेपी से विधायक हैं. बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों से यौन शोषण नाम के आरोप लगे हैं, जिसके चलते बीजेपी टिकट काट सकती है.
बृजभूषण सिंह बीजेपी को इशारों में दे चुके चेतावनी

हाल ही में बृजभूषण सिंह ने बीजेपी को इशारों ही इशारों में संकेत दिया था कि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वह अन्य विकल्प तलाश सकते हैं. सिंह गोंडा में पत्रकारों से बात कर रहे थे. कैसरगंज सीट से दोबारा मैदान में उतारने के फैसले में देरी के लिए उन्होंने मीडिया को जिम्मेदार ठहराया था. टिकट में हो रही देरी पर उन्होंने कहा था, ‘ये मेरी चिंता है, न कि आपकी…आपकी वजह से मेरे टिकट में देरी हो रही है. उन्होंने ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के नेताओं से मुलाकात की थी और उन्हें बधाई दी थी. मुस्लिम नेताओं के साथ बैठक को लेकर उन्होंने कहा था कि मैं धर्म की राजनीति में विश्वास नहीं करता. मुसलमानों के पास जाना और उनके त्योहारों पर उन्हें बधाई देना कोई अपराध नहीं है.उन्होंने कहा था कि उनके हर पार्टी के नेताओं से अच्छे संबंध हैं. मुलायम सिंह यादव से हमेशा सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं, भले ही वह अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद गिरफ्तार होने वाले पहले लोगों में से एक थे. बृजभूषण सिंह के इस बयान को बीजेपी के लिए एक चेतावनी के तौर देखा गया. सिंह लगातार अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं और मतदाताओं से वोट देने की अपील कर रहे हैं.
कैसरगंज में बीजेपी आज कर सकती है उम्मीदवार का ऐलान

बृजभूषण शरण सिंह पर बिना इजाजत के लोकसभा क्षेत्र में गाड़ियों का काफिला निकालने के लिए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा. इस संबंध में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में वोटिंग होनी है. 20 मई को वोट डाले जाएंगे. यहां नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी आज अपने उम्मीदवार के बारे में घोषणा कर सकती है.