पिता राजीव गांधी जी को याद करके भावुक हुईं प्रियंका गांधी
शुक्रवार, 3 मई 2024
कहा- मेरे पिता को विरासत में धन-दौलत नहीं, शहादत मिली
जनता ने लगाए “राजीव गांधी अमर रहें” के नारे, लोगों के छलके आंसू
प्रियंका जी ने कहा, जब अपने पिता के टुकड़े लेकर आई तो इस देश से नाराज थी। मैंने अपने पिता को हिफाजत से तुम्हारे पास भेजा और तुमने टुकड़े में लौटाया। लेकिन धीरे-धीरे शहादत का मतलब समझ में आया। मैं जानती हूं शहादत का क्या मतलब है। जब मंच पर खड़े होकर मेरे पिता पर आरोप लगाते हैं कि मेरे पिता ने कोई कानून बदल दिया उनसे विरासत लेने के लिए। मेरे पिता को विरासत में धन-दौलत नहीं, शहादत की भावना मिली। यह भावना आप समझ सकते हैं क्योंकि आपने अपने बेटे सरहद पर भेजें हैं। मोदी जी इस भावना को नहीं समझ सकते।
वे हमें देशद्रोही कहें, घर से निकाल दें, संसद से निकाल दें, कुछ भी कर लें, लेकिन ये भावना हमारे दिल से कोई नहीं निकाल सकता।