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यूपी विधानसभा उपचुनाव में भी बना रहेगा सपा व कांग्रेस का गठजोड़।

यूपी विधानसभा उपचुनाव में भी बना रहेगा सपा व कांग्रेस का गठजोड़।


यूपी चुनाव में भी कांग्रेस कर सकती है कम से कम तीन सीट की मांग।

प्रदेश कांग्रेस की मांग पर हाई कमान के स्तर से रखा जाएगा प्रस्ताव।

दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर जल्द होगी बातचीत।

यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर अगले कुछ महीने में होंगे उपचुनाव।

सपा के कोटे से विधानसभा की पांच सीटें खाली हुई है इनमें चार सीट सपा विधायकों के लोकसभा सांसद चुने जाने की वजह से रिक्त घोषित हुई है इसमें  करहल कटेहरी मिल्कीपुर सुरक्षित तथा कुंदरकी विधानसभा सीट रिक्त हुई है। 

सपा विधायक इरफान सोलंकी की सदस्यता रद्द होने की वजह से कानपुर की शीशामऊ विधानसभा सीट रिक्त हो गई है। 

इसी तरह एनडीए विधायकों के सांसद बनने से मीरापुर गाजियाबाद खैर फूलपुर मझवा विधानसभा सीट खाली हुई है।

वर्तमान में यूपी में कांग्रेस के दो विधायक 6 लोकसभा सदस्य हैं ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि गठबंधन का संदेश 2027 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव तक बनाए रखने के लिए उपचुनाव में भी दोनों दल मिलकर लड़े। 

लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद लोकसभा सीट कांग्रेस के कोटे में थी जहां कांग्रेस ने डोली शर्मा को प्रत्याशी बनाया था ऐसे में गाजियाबाद विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस दावा कर सकती है इसी तरह दो अन्य सीटों की मांग पश्चिमी यूपी में की जा सकती है जो फिलहाल भाजपा या आरएलडी के पास थी।