लोकसभा के नतीजों पर बोले राहुल- हिंदुस्तान की जनता ने नफरत, हिंसा, बेरोजगारी के खिलाफ संदेश दिया
लोकसभा के नतीजों पर बोले राहुल- हिंदुस्तान की जनता ने नफरत, हिंसा, बेरोजगारी के खिलाफ संदेश दिया
अगर प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़तीं तो नरेंद्र मोदी दो-तीन लाख वोटों से हारते
नई दिल्ली, 11 जून। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस की जीत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ रायबरेली और अमेठी की जनता को धन्यवाद देने के लिए 'आभार सभा' को संबोधित किया। अपने संबोधन में राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमलावर रहे। इस दौरान अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा, कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय समेत अन्य नेता भी मौजूद थे।
विशाल भीड़ के भारी जोश के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, इस लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर लड़े। हर प्रदेश में जनता एकजुट हो गई। इसका कारण था, देश को समझ आ गया कि नरेंद्र मोदी-अमित शाह संविधान को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। पहली बार प्रधानमंत्री खुलकर हिंसा और नफ़रत की राजनीति कर रहे थे। देश की राजनीति 20-25 लोगों के लिए की जा रही थी। पूरा फायदा दो-तीन अरबपतियों को दिया जा रहा था। इसलिए पूरा देश एक साथ खड़ा हो गया और देश की जनता ने इस राजनीति के खिलाफ वोट दिया।
उन्होंने रायबरेली-अमेठी से गांधी परिवार के पुराने रिश्तों की याद दिलाई और कहा, यह रिश्ता 100 वर्ष पुराना है। रायबरेली-अमेठी की जनता और सभी नेताओं ने अपनी मेहनत से इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाई। वह इसके लिए सभी का धन्यवाद करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, इस बार नरेंद्र मोदी ने संविधान को हाथों से उठाकर माथे पर लगाया है। ये काम जनता ने कराया है। देश की जनता ने मोदी को संदेश दे दिया है कि यदि संविधान से छेड़छाड़ की तो उनके साथ क्या होगा।
उत्तर प्रदेश की फैजाबाद सीट पर भाजपा के हार पर राहुल गांधी ने कहा, भाजपा अयोध्या की सीट हार गई। अयोध्या में राम मंदिर बना। उसके उद्घाटन कार्यक्रम में अडानी-अंबानी, अरबपति बुलाए गए, पूरा बॉलीवुड आया। लेकिन एक गरीब व्यक्ति को वहां आमंत्रित नहीं किया गया। कोई गरीब, किसान, दलित, पिछड़ा, आदिवासी नहीं दिखा। आदिवासी राष्ट्रपति को भी नहीं बुलाया गया। इसका जवाब अयोध्या की जनता ने भाजपा को दिया है।
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री मोदी की जीत के अंतर में भारी गिरावट पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, अयोध्या में ही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी खुद वाराणसी से हारते-हारते बचे हैं। यदि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ जातीं तो नरेंद्र मोदी दो-तीन लाख वोटों से हार जाते। राहुल गांधी की इस बात पर पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान की जनता ने संदेश दिया है कि वह नफरत, हिंसा, बेरोजगारी के खिलाफ है। हिंदुस्तान ने संदेश भेजा है कि हमें नरेंद्र मोदी जी का विज़न अच्छा नहीं लगता। हमें नफरत, हिंसा नहीं चाहिए। हमें मोहब्बत की दुकान और नया विज़न चाहिए। अगर देश को नया विज़न देना है तो उत्तर प्रदेश से ही देना होगा। उत्तर प्रदेश ने पूरे देश को रास्ता दिखाया है। उत्तर प्रदेश ने संदेश दिया है कि हम देश और प्रदेश में इंडिया गठबंधन को चाहते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, वे चाहते हैं कि आने वाले समय में बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, मजदूरों के मुद्दे उठाए जाएं। देश में गरीबों की मदद करने वाली राजनीति हो। उन्होंने कहा कि वह विपक्ष में बैठे हैं, मगर वह अग्निवीर योजना को रद्द कराने का प्रयास करेंगे।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, कांग्रेस को अमेठी और रायबरेली में ऐतिहासिक जीत मिली है। मुझे गर्व है कि यहां की जनता ने पूरे देश में यह संदेश भेजा कि हमें सच्ची और समर्पित राजनीति चाहिए। हम आपके आभारी हैं। हम पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ आपके लिए काम करेंगे। मैं इस जीत के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हूं।