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डूबती, हांफती मुम्बई; भारी बरसात की चपेट में पूरा महाराष्ट्र

डूबती, हांफती मुम्बई; भारी बरसात की चपेट में पूरा महाराष्ट्र





बीती रात 7 घंटे लगातार हुई मूसलधार बरसात के कारण आज सुबह से ही मुम्बई की रफ्तार थम गई है।।
मुम्बई के हार्बर लोकल लाइन ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण हार्बर लाइन बंद कर दी गई है।
वहीं सेंट्रल रेलवे लाइन पर भी लोकल ट्रेन धीमी रफ्तार से चल रही है जबकि वेस्टर्न रेलवे लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही अब तक सामान्य है लेकिन ट्रेनें लेट चल रही है।।।

मुम्बई के कुर्ला, तिलक नगर, चूनाभट्टी, भांडुप, मुलुंड, सायन, जीटीबी नगर, वडाला, माटुंगा ट्रैक पर पानी भरा है।
इन इलाकों में सड़कों पर पानी भरा है।
कई लंबी दूरी की ट्रेनें भी लेट हो गई है।
रातभर 6 घंटो में 300 मिमी बरसात हुआ है।
वहीं रायगढ़, कल्याण, कोंकण, पालघर में भी भारी बरसात हो रही है जिसके कारण इन इलाकों के स्कूल कॉलेज बंद करवा दिए गए हैं

रायगढ़ जिले में भारी बारिश

नायर ने कहा कि पड़ोसी रायगढ़ जिले में भारी बारिश हुई है। चूंकि कोलाबा मौसम केंद्र रायगढ़ जिले के करीब है। इसलिए मौसम केंद्र ने भारी बारिश दर्ज की है। आईएमडी ने कहा कि तटीय रत्नागिरी जिले में 117.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। आईएमडी ने कहा कि मंगलवार को मध्य महाराष्ट्र, जिसमें सतारा और पुणे जिलों के घाट क्षेत्र शामिल हैं, में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है और इन स्थानों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। दक्षिण कोंकण के लिए भी ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, जिसमें रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिले शामिल हैं। आईएमडी ने मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।


मुंबई शहर में नौ घंटों में 101.8 मिमी बारिश

मुंबई शहर में सोमवार को नौ घंटों में 101.8 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई। जो इस अवधि के दौरान इसके उपनगरों में हुई बारिश से करीब सात गुना अधिक है। जबकि महाराष्ट्र के कुछ अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मुंबई की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि शहर के कोलाबा मौसम केंद्र ने सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 101.8 मिमी बारिश दर्ज की। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, सांताक्रूज मौसम केंद्र, जो मुंबई के उपनगरों के लिए मौसम के मापदंडों को मापता है, ने सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक केवल 14.8 मिमी बारिश दर्ज की। आमतौर पर, मुंबई शहर में उपनगरों की तुलना में बहुत कम बारिश होती है।

मुंबईकर बाहर निकलने से बचें

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। जब तक जरूरी न हो मुंबईकरों को बाहर निकलने से बचना चाहिए। नागरिक किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। किसी भी आवश्यकता के मामले में सहायता और आधिकारिक जानकारी के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम के मुख्य नियंत्रण कक्ष के संपर्क नंबर 1916 पर संपर्क करने का अनुरोध किया जाता है।


बारिश का रेड अलर्ट जारी

इस संबंध में आईएमडी मुंबई के निदेशक सुनील कांबले ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर आप मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर) और मुंबई क्षेत्र के बारे में बात करते हैं, तो हमने सुबह 8.30 बजे तक 270 मिमी बारिश दर्ज की है। हमने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जो कल सुबह तक जारी रहेगा। उसके बाद, बारिश की तीव्रता है कम होने की उम्मीद शाम को मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।


मुंबई और आसपास के जिलों में बारिश के बीच 30 से अधिक जानवरों को बचाया गया

मुंबई और आसपास के जिलों में भारी बारिश के बीच 30 से अधिक जानवरों, पक्षियों और सरीसृपों को बचाया गया है। एक वन अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। वन विभाग के मुंबई परिक्षेत्र बचाव टीम के संतोष भगाने ने बताया कि शहर और उपनगरों से वन्यजीवों पर संकट से संबंधित फोन कॉल के साथ-साथ लापता और परित्यक्त पालतू जानवरों तथा आवारा एवं घरेलू जानवरों के मामले भी सामने आए। आरएडब्ल्यूडब्ल्यू (रेस्किंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर) के संस्थापक और अध्यक्ष एवं वन विभाग के मानद वन्यजीव वार्डन पवन शर्मा ने बताया, "हमें 24 घंटों में 60 से अधिक फोन कॉल प्राप्त हुए हैं और मुंबई तथा आसपास के जिलों ठाणे, रायगढ़ और पालघर से 30 से अधिक जानवरों, पक्षियों और सरीसृपों को बचाया है।


मेनलाइन और हार्बर लाइन पर लोकल टाइम से

सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ स्वप्निल धनराज नीला ने कहा कि सेंट्रल रेलवे ने कई सावधानियां बरती हैं। सेंट्रल रेलवे की दोनों सेवाएं- मेनलाइन और हार्बर लाइन पर - अपने तय कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं। हार्बर लाइन के नाहुर और चूनाभट्टी स्टेशन पर कुछ व्यवधान हुआ है। सभी लोकल सेवाओं में सामान्य स्थिति बहाल कर दी गई है। हमने अतिरिक्त आरपीएफ और वाणिज्यिक विभाग के कर्मियों को तैनात किया है। ये कर्मचारी भीड़ के उचित प्रबंधन और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में भारतीय रेलवे और सेंट्रल रेलवे की मदद करेंगे।