प्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई को मंजूरी
वर्तमान शैक्षणिक सत्र में अब तक 1872 सीटों की बढ़ोतरी, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दी जानकारी, चिकित्सा क्षेत्र में भविष्य संवारने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
लखनऊ। प्रदेश के पांच स्वायत्त राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में एमबीबीएस की पढ़ाई को मंजूरी मिल गई है। इन मेडिकल कॉलेजों को 100-100 सीटें की अनुमति मिली है। वहीं, दो मेडिकल कॉलेजों में 50-50 सीटों की बढ़ोतरी की गई है। यानि कुल 600 नई एमबीबीएस की सीटों का सृजन किया गया है। मौजूदा शैक्षणिक सत्र में अब तक 1872 सीटों को मंजूरी मिल चुकी है। यह जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दी।
उन्होंने बताया कि सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम कर रही है। जिला चिकित्सालयों को मेडिकल कॉलेजों के रूप में अपग्रेड किया जा रहा है। प्रदेश में नए मेडिकल कॉलेज भी बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को जिन जिलों में एमबीबीएस की 100 सीटें दी गई हैं, उनमें गोंडा, कौशाम्भी, चंदौली, खीरी, औरैया शामिल हैं। वहीं, ललितपुर एवं कानपुर देहात में पूर्व में स्थापित 50 सीटों को बढ़ा कर अब 100 कर दिया गया है। यानि कुल 600 सीटें की बढ़ोतरी की गई है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2024-25 में एमबीबीएस पाठ्यक्रम की नवीन सीटों की बात करें तो अब तक 12 मेडिकल कॉलेजों को 1200 नई सीटें प्राप्त हुई हैं। वहीं, पीपीपी मोड पर स्थापित अजय सांगल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, शामली एवं केएमसी मेडिकल कॉलेज, महाराजगंज को 150-150 एवं श्री सिद्धि विनायक मेडिकल कॉलेज, संभल को 50 सीटें इस शैक्षणिक सत्र में प्राप्त हो चुकी हैं।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि इन नवीन सीटों के अतिरिक्त राजकीय मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर में वर्तमान शैक्षणिक सत्र हेतु 50 एमबीबीएस सीटों के लिए एलओपी (लेटर ऑफ प्रोटेक्शन) निर्गित की गई है। निजी क्षेत्र में स्थापित जीएस मेडिकल कॉलेज, हापुड़ में 100 एमबीबीएस सीटों को बढ़ा कर 250 कर दिया गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज आगरा को 72 एवं मेरठ को 50 नई एमबीबीएस सीटों को अनुमति दी गई है। अब आगरा में एमबीबीएस की कुल सीटें 200 एवं मेरठ में कुल 150 सीटें हो गई हैं।