सिविल डिफेंस ने सीएमएस बच्चो व टीचर्स को सीपीआर देना सिखाया
सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की राजाजीपुरम शाखा में सीपीआर जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सिविल डिफेंस लखनऊ के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के माध्यम से स्कूल के बच्चो और टीचर्स को सीपीआर तकनीक में दक्ष किया गया।
लखनऊ सिविल डिफेंस के राष्ट्रपति पदक से अलंकृत सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा ने कार्यशाला में उपस्थित छात्र छात्राओं और अध्यापिकाओं को सिविल डिफेंस के महत्व के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। तत्पश्चात उन्होंने बताया कि सिविल डिफेंस के द्वारा लोगो को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं, जिसमे नागरिकों को आपदा से बचाव के अनेको टिप्स प्रदान किए जाते हैं। जिन्हे सीखकर आम व्यक्ति किसी भी प्रकार की आपदा के दौरान होने वाले संभावित नुकसान को कम कर सकता है। उन्होंने आगे कहा कि इसी के क्रम में आज आप सभी को सीपीआर की विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी। जिसको सीखने के बाद न सिर्फ आप अपने घर के लोगो की बल्कि आसपास के लोगो की भी जान को बचा सकेंगे।
सिविल डिफेंस लखनऊ के आपदा विशेषज्ञ सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर सुमित मौर्य ने सीपीआर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज प्रत्येक व्यक्ति को सीपीआर देना आना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के समय में दिल का दौरा पड़ना आम बात हो गई है। किसी को कभी भी कहीं भी किसी भी उम्र में हार्ट अटैक पड़ सकता है। यदि हम डॉक्टर के आने से पहले या मेडिकल मदद मिलने से पहले पीड़ित व्यक्ति को समय से सीपीआर दे देते है तो निश्चित ही उसकी जान के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
श्री मौर्य ने सीपीआर के बारे में बताया कि पीड़ित को तत्काल सख्त सतह पर लिटा देना चाहिए और फिर उसके चेस्ट पर 30 बार दोनो हाथो से दबाव देंगे व 2 बार मुंह से मुंह के द्वारा कृत्रिम श्वसन देंगे। ये प्रक्रिया 2 मिनट में 5 राउंड देकर पूर्ण करेंगे। जब तक एम्बुलेंस नही आ जाती सीपीआर देना लगातार जारी रखना चाहिए।
बाद में हाल में मौजूद सभी अध्यापिकाओं और छात्र छात्राओं ने एक डमी पर बारी बारी से सीपीआर देने की प्रैक्टिस की। जिससे उनके अंदर आत्मविश्वास की बढ़ोत्तरी हुई। स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती ख्याति लांबा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि उनके स्कूल में सिविल डिफेंस लखनऊ के द्वारा आयोजित सीपीआर की ये कार्यशाला बहुत ही महत्वपूर्ण रही। जिससे न सिर्फ स्कूल के छात्र छात्राएं बल्कि अनेक अध्यापिकाएं भी लाभान्वित हुई। ऐसी कार्यशाला आगे भी समय समय पर स्कूल में आयोजित की जायेंगी।
अंत में स्कूल की स्पोर्ट्स टीचर श्रीमती लक्ष्मी त्रिपाठी ने सिविल डिफेंस के अधिकारियों का आभार प्रकट किया और आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी सिविल डिफेंस लखनऊ का सहयोग मिलता रहेगा। कार्यशाला के दरमियान स्कूल के सैकड़ो बच्चो के साथ टीचर पूजा दीक्षित, कविता अवस्थी, आत्मिका श्रीवास्तव, सोनम शर्मा, अर्चना द्विवेदी, मुदिता बाजपेई, रेणुका गोयल, आशीष मिंज उपस्थित रहें।