मध्य रेलवे प्रबंधक कार्यलय के प्रांगण में CRMS के द्वारा महिला विंग का प्रचंड विरोध मोर्चा का आयोजन किया गया
सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के जोनल अध्यक्ष डॉ प्रवीण बाजपेई के निर्देश पर सभी मंडलों पर महिला कर्मचारियों की समास्याओं के समाधान हेतु मोर्चा आयोजित।
मध्य रेलवे के मुंबई मंडल में महिला ट्रैक मेंटेनर व महिला ALP कर्मचारियों को होने वाली समस्याओं जैसे कि सुरक्षा महिला ट्रैक मेंटेनर एवं महिला ALP को ड्यूटी के दौरान कार्य स्थलों पर असुरक्षितता का एहसास। जोखिम भरा कार्य पीरियड के दिनों या अन्य दिनों में पूरा दिन धूप में खड़ा होना और काम करना, सेक्शन में ड्यूटी के दौरान क्षमता से बाहर भारी सामान उठाने के कारण अनेकों शारीरिक परेशानियां का सामना करना पड़ता है चेंजिंग रूम की असुविधा महिलाओं और पुरषों के लिए कॉमन गैंग हट होने के कारण कपड़ों को बदलने में असुविधा।
ALP महिलाओं को स्टशनों पर अलग से रनिंग रूम और वाशरूम की सुविधा का अभाव।
कॉमन बाथरूम महिलाओं और पुरषों के लिए कॉमन बाथरूम होने कारण असुविधा।
आदि जैसे कई समस्याओं से जूझ रही महिला ट्रैक मेंटेनर एवं ALP महिला कर्मचारी अपने आपको सहजता से परे असुरक्षित महसूस करती है। अतः अन्य मंडलों की तरह मुंबई मंडल में भी ट्रैक मेंटेनर एवं ALP महिलाओं का कैडर चेंज कराने हेतु आज CRMS मुंबई मंडल द्वारा अपर मंडल रेल प्रबंधक के प्रांगण में महिला अध्यक्ष श्रीमती शिल्पा पालव एवं उपाध्यक्ष श्रीमती सुलेखा दोषी सी आर एम एस मुंबई मंडल के मंडल अध्यक्ष विवेक शिशोदिया मंडल सचिव एस. के . दुबे राज कुमार के नेतृत्व में किया गया प्रचंड विरोध मोर्चा।
मोर्चे के दौरान भारी संख्या में उमड़ते हुये महिलाओं के जन शैलाव ने अपर मंडल रेल प्रबंधक कार्यलय का घेराव करते हुए भारी संख्या में पूरा अपर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय गूंज उठा।
CRMS की महिला अध्यक्ष श्रीमती शिल्पा पालव उपाध्यक्ष श्रीमती सुलेखा दोषी एवं अन्य महिलाओं ने अपर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में जाकर ADRM एबं Sr DPO को महिलाओं से सम्बंधित समस्याओं से अवगत कराया और महिला सुरक्षा हेतु मांग पत्र (ज्ञापन) सौंपा।
इस अवसर पर मुम्बई मंडल के पदाधिकारी विवेक सिशोदिया, श्रीमती शिल्पा पालव, श्रीमती सुलेखा दोशी, संजीव कुमार दुबे, राज कुमार, मुख्यालय सचिव एम बाय खान, मालू पानसरे, युवा जोनल अध्यक्ष गणेश राज मीणा, सहित अन्य सभी मुख्यालय एवं मंडल एवं ब्रांच के पदाधिकारी शामिल रहे।
CRMS ही है ऐसा ही संगठन जो कर्मचारियों के हित के लिए सदैव संघर्षरत रहती है। CRMS है तो मुमकिन है।
ये जानकारी सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ मीडिया सलाहकार आर बी चतुर्वेदी ने दी।