"जहरीले रसल वाइपर सांप का किया गया रेस्क्यू"
नागरिक सुरक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रांगण में निकले जहरीले रसल वाइपर सांप का सर्परक्षक टीम और नागरिक सुरक्षा के सहयोग से रेस्क्यू किया गया बाद में उस सांप को पिपरा घाट के पास ग्रीन बेल्ट में छोड़ दिया गया।
लखनऊ नागरिक सुरक्षा के सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा ने बताया कि सायंकाल 4 बजे नागरिक सुरक्षा नियंत्रण केंद्र के पीछे प्रांगण में एक सांप दिखाई दिया। जिसको पकड़ने के लिए उन्होंने चौक प्रखंड के डिवीजनल वार्डन सुनील शुक्ला और घटना नियंत्रण अधिकारी सईद अख्तर से सर्परक्षक टीम का संपर्क नंबर मांगा। जिसके बाद सर्परक्षक टीम के लीडर मुकेश कुमार मौर्य से बात हुई। जिन्होंने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने का आश्वासन दिया।
रेल मंत्रालय के आरडीएसओ मानक नगर में टेक्नीशियन पद पर कार्यरत मुकेश कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अंधेरे में ही मोबाइल की रोशनी में जहरीले रसल वाइपर सांप का रेस्क्यू कर लिया। जिसमें उनका सहयोग टेक्नीशियन जनकराज और वार्डन सईद अख्तर ने किया।
मुकेश कुमार मौर्य ने बताया कि ये सांप भारत का सबसे जहरीला होता है। दिखने में पीला रंग का होता है और इसके शरीर पर काले और सफेद निशान (चकत्ते) होते हैं। जिसके कारण कई बार इसे लोग अजगर समझ लेते हैं। इसके दांत सबसे ज्यादा लंबे होते हैं, लगभग एक सेंटीमीटर तक। इसके काटने पर बहुत दर्द होता है। और इंसान कोमा में चला जाता है फिर मृत्यु हो जाती है। जिस हिस्से में काटता है वो सड़ने लगता है, जिसके कारण वो हिस्सा काटना पड़ता है। इसलिए बिना समय गवाएं पीड़ित को डॉक्टर के पास अस्पताल ले जाना चाहिए न कि किसी झाड़ फूंक वाले के पास। मुकेश के द्वारा अब तक 300 से ज्यादा सांपों का रेस्क्यू किया जा चुका है।