बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के चौथे आरोपी की हुई पहचान, अब हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली
मुंबई। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर, हत्याकांड के चौथे आरोपी की हुई पहचान। चौथे आरोपी का नाम मोहम्मद जीशान अख्तर बताया जा रहा है, जेल में लॉरेंस के गुर्गों के सम्पर्क में आया था जीशान। आरोपी जीशान अख्तर की तलाश में जुटी पुलिस, 7 जून को पटियाला जेल से बाहर आया था जीशान।
इस बीच मुंबई पुलिस ने कहा है कि आरोपियों के पास से 2 पिस्टल बरामद हुई हैं। हत्याकांड में लॉरेंस गैंग की भूमिका की जांच जारी, क्राइम ब्रांच कर रही है जांच।
बाबा सिद्दीकी के मर्डर के बाद सलमान खान और उनका परिवार काफी परेशान है। अब हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है तो सलमान के चाहनेवालों की चिंता और बढ़ गई है। बाबा सिद्दीकी के गुजरने के बाद से सलमान काफी बेचैन हैं। उन्होंने कुछ दिनों तक सारे पर्सनल कमिटमेंट्स कैंसल कर दिए हैं। बाबा सिद्दीकी के मर्डर की जिम्मेदारी लेने वाले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शुबू लोणकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि जो भी सलमान खान या दाऊद गैंग की मदद करेगा उसे अपना हिसाब-किताब लगाके रखना पड़ेगा। हत्याकांड के बाद सलमान खान और उनके घर की सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है। सलमान के परिचितों से रिक्वेस्ट की गई है कि वे कुछ दिन तक मिलने न आएं। बाबा सिद्दीकी को खोने के बाद सलमान काफी टूट गए हैं और दर्द में हैं। बाबा सिर्फ सलमान के दोस्त नहीं थे बल्कि परिवार की तरह थे। बाबा और जीशान (उनका बेटा) हाल ही में सलमान से मिलने गैलेक्सी अपार्टमेंट पहुंचे थे। लीलावती हॉस्पिटल से लौटने के बाद से सलमान सो नहीं पाए हैं और लगातार जीशान और उनके परिवार के टच में हैं।
लोरेंज बिश्नोई गैंग ने ली बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ली जिम्मेदारी।
हालांकि अभी तक ऑफिशियली किसी का कोई बयान नहीं. पुलिस पता लगा रही है कि ये सोशल मीडिया हैंडल लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ही है की नहीं।
बाबा सिद्दीकी के मर्डर के बाद मुंबई पुलिस ने बढ़ाई सलमान खान की सुरक्षा, गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर कड़ी सुरक्षा का इंतजाम, सभी शूटिंग रद्द।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल फरार तीसरे शूटर की पहचान शिवकुमार उर्फ शिवा गौतम के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का रहने वाला है। शिवकुमार गौतम कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव का निवासी है। इसके साथ धर्मराज कश्यप, जो इसी गांव का है, भी मजदूरी के लिए पुणे गया था।