आदि कवि महर्षि वाल्मीकि की जयन्ती पर नमन किया -महासमिति
लखनऊ। लखनऊ 17 अक्टूबर दिन बृहस्पतिवार इन्दिरानगर आवासीय महासमिति के महासचिव सुशील कुमार ‘बच्चा’ ने आदि कवि महर्षि बाल्मीकि की जयन्ती पर नमन करते हुए बताया कि बाल्मीकि संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता है जो आदि कवि के रूप में प्रसिद्ध है उन्होंने संस्कृत में रामायण की रचना की महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो राम के जीवन के माध्यम से हमे जीवन के सत्य व कर्तव्य से परिचित करावाता है, आदिकवि शब्द आदि और कवि के मेज से बना है। आदि का अर्थ होता है प्रथम और कवि का अर्थ होता है काव्य का रचयिता बाल्मीकि ने संस्कृत में प्रथम काव्य की रचना की जो रामायण के नाम से प्रसिद्ध है, प्रथम संस्कृत महाकाव्य की रचना करने के कारण वाल्मीकि आदि कवि कहलायें, बाल्मीकि आदि कवि थे जिन्हें कभी भुलाया नही जा सकता है। समाज सदैव याद रखेगा।
श्री बच्चा ने यह भी बताया कि वाल्मीकि जयन्ती के अवसर पर समाज सेवियों ने वाल्मीकि जयन्ती पार्क (परिवर्तन चौराहा) में स्थापित प्रतिमा पर जाकर फूल माला चढ़ाकर नमन किया।
इस अवसर पर अजय कुमार धानुक, मंग निगम, देवीशरण त्रिपाठी, सुनीता श्रीवास्तव, सौरभ वाल्मीकि, ऋषि कुमार वाल्मीकि, नितिन प्रधान, विवेक वाल्मीकि, कमल वाल्मीकि, वीर सिंह, अभय राज मौर्य, विनोद नायब, महेश वाल्मीकि आदि शामिल रहें।