फीकी न हो संविदाकर्मियों की दीवाली
लखनऊ। सरकारी विभागों में तैनात प्राइवेट कर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई है। वजह यह है कि दिवाली इसी माह के अंत में है और वेतन का कोई अता-पता नहीं है। ऐसे में संविदा, आउटर्सोस, अल्पवेतन भोगी और दैनिक भोगी कर्मियों के सामने वेतन का संकट है। आउटसोर्स कर्मियों की सप्लाई करने वाले ठेकेदार निजी कर्मियों को कोई न कोई बहाना बताकर वेतन जारी करने से कतरा रहे हैं। इस सिलसिले में कई संगठनों ने बकाया वेतन देने, बकाया महंगाई भत्ता देने, संविदा कर्मियों को समय से पहले वेतन का भुगतान करने की गुहार लगाई है। अगर वेतन नहीं मिलता है दीवाली फीकी हो सकती है।
परिवहन विभाग सात करोड़ बकाया मिले तो बंटेगा वेतन
परिवहन विभाग में ड्राइविंग लाइसेंस प्रिटिंग का काम प्राइवेट कंपनी कर रही हैं। इस कंपनी के अंतर्गत मुख्यालय से लेकर प्रदेश में 500 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी तैनात हैं। कार्यदायी संस्था से जुड़े सुपरवाइजर का कहना है कि परिवहन विभाग में सात करोड़ रुपये बाकी हैं। जानकारी के अनुसार पैसा जारी होने पर ही प्राइवेट कर्मियों को वेतन बांट पाएंगे।
संविदा कर्मियों को चाहिए 5000 रुपये एडंवास
रोडवेज के संविदा कर्मियों को हर माह 22 तारीख को वेतन दिया जाता है। इस बार भी 22 अक्तूबर तक वेतन मिलना था। लेकिन तय समय पर वेतन मिलता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में संविदा कर्मचारी संगठन ने दिवाली के पहले वेतन देने की मांग के अलावा पांच हजार रुपये एडवांस में दिए जाने की मांग की है।
सिटी ट्रांसपोर्ट में सितंबर का वेतन नहीं मिला
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट में तैनात संविदा चालक-परिचालक के अलावा आउटसोर्स कर्मियों का वेतन बीते सिंतबर 2024 का नहीं मिला हैं। ऐसे कर्मियों की संख्या 900 से ज्यादा हैं। इस मामले में उप्र नगरीय परिवहन कर्मचारी संघ के प्रदेश संयोजक रामकमल सिंह ने एमडी को पत्र भेजकर भुगतान को कहा है।