UPPCS परीक्षा और RO ,ARO परीक्षा की तिथि में बदलाव करने के बाद अब परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं अभ्यर्थियों में नाराजगी दिखानी शुरू
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा होने वाली UPPCS परीक्षा और RO ,ARO परीक्षा की तिथि में बदलाव करने के बाद अब परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं अभ्यर्थियों में नाराजगी दिखानी शुरू हो गई है। अभ्यर्थियों ने कहा कि आयोग यह परीक्षा कई शिफ्ट में करने जा रहा है जिससे अभ्यर्थियों को नॉर्मलाइजेशन का सामना करना पड़ेगा और नुकसान होगा। विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ अभ्यर्थियों ने विवादों से बचने और सबसे उपयुक्त उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित करने के लिए UPPSC 2024 EXAM 8 दिसंबर को और RO, ARO EXAM 22 दिसंबर को एक शिफ्ट में आयोजित करने का अनुरोध किया है।
वहीं प्रदर्शन कर रहे हैं अभ्यर्थियों का कहना है कि विगत दिनों PCS J की परीक्षा में आयोग में कॉपी बदलने का मामला सामने आया था जिसमें हाईकोर्ट के दखल के बाद आयोग को रिजल्ट रिवाज करना पड़ा।ऐसे में वर्षों से तैयारी कर रहे हैं अभ्यर्थी शशंकित दिख रहे हैं और इससे छात्रों में आयोग की विश्वसनीयता भी कमजोर हुई है।
प्रयागराज में विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के समूह ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को सुझाव भी दिया जिससे आयोग सुचिता पूर्ण परीक्षा भी संपन्न कर लेगा और छात्र हित भी पारदर्शी तरीके से बना रहेगा।
अभ्यर्थियों के सुझाव
1- अधिकतम पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, UPPSC परीक्षा 2024 और RO ARO परीक्षा को एक ही शिफ्ट में आयोजित करना अत्यधिक लाभकारी होगा। जब परीक्षाएं कई शिफ्ट में आयोजित की जाती हैं, तो अक्सर प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर में एक कथित या वास्तविक अंतर होता है, जिससे उम्मीदवारों के बीच अनुचितता की भावना पैदा हो सकती है। और Normalisation से उत्पन्न होने विसंगतियां ,एक शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करके, आयोग ऐसी विसंगतियों से बच सकता है और यह सुनिश्चित कर सकता है कि सभी उम्मीदवारों का समान स्तर पर मूल्यांकन किया जाए।
2 - इसके अतिरिक्त, एक शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करने से लॉजिस्टिक मुद्दों, तकनीकी गड़बड़ियों या शेड्यूलिंग संघर्षों की संभावना कम हो जाएगी जो कई शिफ्टों से उत्पन्न हो सकती हैं। यह उन समग्र तनाव और चिंता को भी कम करेगा जो उम्मीदवारों को ऐसे कारकों के सामने आने पर सामना करना पड़ता है।
3- इन सभी अतिरिक्त यह भर्ती कोर्ट मे कानूनी दावपेंच ने फसने का भी जोखिम रहेगा
अभ्यर्थियों की मांगे
1- यूपीपीसीएस 2024 और RO ARO परीक्षा 1 शिफ्ट मे दिसंबर मे आयोजित की जाए।
2- S.O.P मे परिवर्तन करके 10 से 20 किमी किया जाए ताकि पर्याप्त सेंटर मिल सके
4 - परीक्षा किसी भी हाल मे दिसंबर से आगे न जाए क्योंकि यह हमारे समय और भविष्य की बरबादी है।
5- Normalisaton (मानकीकरण ) किसी भी हाल में नुकसानदायक है सामान्य अध्ययन की परीक्षा में ,अतः इस से बचा जाए ताकि भर्ती कोर्ट मे ना फसे।
8 दिसंबर को एक ही शिफ्ट में UPPSC परीक्षा 2024 कराए यह कदम परीक्षा प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए योग्यता और क्षमता के आधार पर सबसे उपयुक्त उम्मीदवारों के चयन को सुनिश्चित करने में बहुत योगदान देगा