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पति को टुकड़ों-टुकड़ों में ठिकाने लगाया, फिर धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम में छिप गई बीवी, पुलिस ने 6 माह बाद दबोचा

पति को टुकड़ों-टुकड़ों में ठिकाने लगाया, फिर धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम में छिप गई बीवी, पुलिस ने 6 माह बाद दबोचा



कानपुर। पति को टुकड़ों-टुकड़ों में ठिकाने लगाया, फिर धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम में छिप गई बीवी, पुलिस ने 6 माह बाद दबोचा। 

उत्तर प्रदेश के कानपुर में रिश्तों को शर्मसार करने की खबर सामने आई है, जहां 6 महीने पहले हुए एक हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर केश की गुत्थी सुलझा ली है।

 उत्तर प्रदेश के कानपुर में रिश्तों को शर्मसार करने की खबर सामने आई है. जहां 6 महीने पहले हुए एक हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर केश की गुत्थी सुलझा ली है. दरअसल, 6 महीने पहले कानपुर के रहने वाले दिनेश अवस्थी का कत्ल उसकी ही पत्नी और भाई ने मिलकर की थी. जिसमें यूपी पुलिस ने दिनेश अवस्थी की पत्नी पूनम उर्फ गुड़िया और उसके भाई मनोज अवस्थी को गिरफ्तार कर पूरे केस को सुलझा दिया है।


 कहां का है मामला और क्या है मामला। 

कानपुर के खरेसा गांव का है, जहां के रहने वाले दिनेश अवस्थी की अप्रैल में हत्या कर दी गई थी. जुसके बाद पुलिस द्वारा जांच करने पर पता चला कि दिनेश की हत्या उसकी पत्नी पूमन उर्फ गुड़िया और उसके भाई मनोज अवस्थी ने की है, लेकिन पुलिस को पता चलने से पहले ही दोनों कानपुर से फरार हो गए थे, दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई जगह दबिश दी थी,इसके लिए पुलिस द्वारा दोनों के सिर पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था।


 मनोज के खिलाफ पहले से हैं दो मुकदमे 

जानकारी के मुताबिक मनोज अवस्थी पर पहले से ही दो मुकदमे दर्ज हैं,इस साल दर्ज हुआ मुकदमा उसके खिलाफ यह तीसरा है. इससे पहले 1997 और 2011 में भी उशके खिलाफ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार दिनेश को उसकी पत्नी और भाई के बीच प्रेम-प्रसंग होने का पता चल गया था,जिसके कारण दोनों ने मिलकर दिनेश अवस्थी को मार डाला।


 कैसे आए पुलिस की पकड़ में 

पुलिसे से मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी हत्या करने के बाद एमपी के बागेश्वर धाम चले गए थे. इस बीच मृतक की पत्नी ने अपने किसी रिश्तेदार को कॉल करने के लिए जैसे ही अपनी फोन ऑन किया. तभी पुलिस ने उसका नंबर ट्रेस कर लिया. जिसके बाद पुलिस ने बागेश्वर धाम के आश्रम में जाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।