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72,980 ई-रिक्शा के लिए कर्ज देकर 182 करोड़ रुपये ब्याज वसूले

72,980 ई-रिक्शा के लिए कर्ज देकर 182 करोड़ रुपये ब्याज वसूले



 लखनऊ। आरटीओ ने जिन 20 लोकल फाइनेंस कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया है, उनकी जांच शुरू हो गई है। ये कंपनियां लखनऊ ही नहीं, आसपास के जिलों में भी ई- रिक्शा खरीदने वालों को कर्ज दे रही थीं। 


जांच में सामने आया है कि पिछले एक दशक में इन कंपनियों ने 72,980 ई-रिक्शा के लिए 729 करोड़ रुपये कर्ज दिए। इससे इन कंपनियों ने करीब 182 करोड़ रुपये ब्याज कमाए। ये कंपनियां एनबीएफसी के रूप में आरबीआई से अप्रूव्ड नहीं हैं। 


इसे देखते हुए गृह विभाग ने परिवहन विभाग को पत्र भेजकर इन कंपनियों से कर्ज लेकर खरीदे गए ई-रिक्शा के पंजीकरण को रोकने को कहा।