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राष्ट्रीय राजधानी को नई दिल्ली से कहीं और शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक प्रदूषण नहीं जाने वाला : डा. फारूक अब्दुल्ला

राष्ट्रीय राजधानी को नई दिल्ली से कहीं और शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक प्रदूषण नहीं जाने वाला : डा. फारूक अब्दुल्ला




जम्मू। डा. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस- कांग्रेस गठबंधन सरकार जम्मू कश्मीर में बहुत अच्छा काम रही है चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करेगी। उन्होंने कहा हमारी सरकार अच्छा कर रही है हम 5 साल में चुनावी घोषणा पत्र के वादों को पूरा करेंगे।

जम्मू में पत्रकारों के साथ बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कही। जब उनसे पूछा गया कि पीडीपी की प्रधान महबूबा मुफ्ती अनुच्छेद 370 पर नेशनल कॉन्फ्रेंस से स्पष्ट रवैया की बात कर रही है तो फारूक अब्दुल्ला ने कहा ने कहा उसे क्या जरूरत पड़ी है। महबूबा को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए।

'अनुच्छेद 370 को लेकर एजेंडा स्पष्ट'

हमारा चुनावी घोषणा पत्र 
में अनुच्छेद 370 को लेकर स्पष्ट है। हमने छोटी अवधि में ही काफी कुछ हासिल किया है। हमारे पास 5 साल का समय शेष है।



जब उनसे पूछा गया कि उपराज्यपाल की तरफ से सुरक्षा हालात को लेकर बुलाई गई बैठक 
में मुख्यमंत्री को नहीं बुलाया गया तो उन्होंने कहा हमें अभी सत्ता में आए हुए 1 महीना ही हुआ है। घबराने की जरूरत नहीं है, समय पर सब कुछ होगा।

कुछ हिंदू संगठनों की तरफ से वक्फ बोर्ड की तर्ज बोर्ड होना चाहिए संबंधी प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा इस मुद्दे पर संसद में चर्चा होगी जब संसद 25 नवंबर को लगेगी।



फारूक ने कहा कि जब तक राष्ट्रीय राजधानी को नई दिल्ली से कहीं और शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक प्रदूषण 
नहीं जाने वाला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को किसी और जगह पर शिफ्ट कर देना चाहिए।

जब तक शिफ्ट नहीं होती तब तक प्रदूषण लोगों की जिंदगी पर असर डालता रहेगा। राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है।

'हमें एक दूसरे के प्रति मोहब्बत पैदा करनी है'

पूर्व उपमुख्यमंत्री स्वर्गीय पंडित मंगत राम शर्मा को 92 वीं जयंती पर याद किया गया। इस सिलसिले में आयोजित किए गए कार्यक्रम में नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान तारिक हमीद करा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम अहमद मीर, रमन भल्ला सहित अन्य नेता व कार्यकर्ताओं ने मंगत राम शर्मा को अर्पित की श्रद्धांजलि

डा. फारूक अब्दुल्ला ने मंगत राम शर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए ने कहा कि हमें एक दूसरे के प्रति मोहब्बत पैदा करनी है और नफरत को मिटाना है, तब ही हम देश को बचा सकते हैं। उन्होंने देश के तमिलनाडु का जिक्र करते हुए कहा हमारी संस्कृति, रीति-रिवाज अलग हो सकते हैं लेकिन हम एक हैं।

अपने बच्चों को सही रास्ता दिखाना, सही धर्म आपस में मिलजुल कर इकट्ठा होकर रहना है। उसके बाद शिक्षा देनी है। हम भारत को अनेकता में एकता के जरिए ही बना सकते हैं।

उन्होंने कहा कि आजकल हर बच्चा मोबाइल देख रहा है, यह बुरी व अच्छी चीज है। बच्चा का हाल देखिए, अगर डांटों तो पुलिस थाने पहुंचाता है। मैं प्रधानमंत्री का बेटा था, दसवीं कक्षा में पढ़ता था। मैंने इंग्लिश में गलती की। मास्टर ने मुझे थप्पड़ मारा। घर पहुंचा तो पिता चाय पी रहे थे। बाप ने बुलाया फारूक इधर आओ, पूछा क्या मास्टर ने थप्पड़ मारा। सचिव को बुलाया और प्रिंसिपल से कहा कि मैं मुबारक करता हूं कि आपने यह नहीं देखा मेरा बेटा है। आज कौन उस्ताद है, जिसमें इतनी हिम्मत है। बच्चों को सही रास्ता दिखाना चाहिए।

हम मिलजुल कर रहेंगे तो भारत का तारा पूरी दुनिया में चमकेगा। हर एक रियासत की अलग अलग मुश्किलें हैं। तमिलनाडु की अलग समस्याएं हैं तो जम्मू कश्मीर की अलग। मंगत राम को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके दिखाए मार्ग पर चले।

तारिक हमीद करा ने मंगत राम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हर राजनीतिक पार्टी के नेता उनकी याद में श्रद्धांजलि दे रहे हैं। मंगत राम एक राजनीतिज्ञ हीं नहीं एक अच्छे इंसान भी थे।