उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद योगी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया
दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब जमीयत उलेमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने देश में संभल जैसी घटना को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपील कर कई मांगे की हैं।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा, "पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए कानून के वास्तविक स्वरूप को लागू करने की कमी के कारण देश में संभल जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इन घटनाओं को रोका जाना बहुत जरूरी है। पूजा स्थल अधिनियम-1991 के बावजूद निचली अदालतें मुस्लिम पूजा स्थलों का सर्वेक्षण करने के आदेश जारी कर रही हैं, जो कि कानून का उल्लंघन है।
संभल जाएंगे नेता विपक्ष राहुल गांधी, आज संभल पहुंच सकते हैं राहुल गांधी, इमरान मसूद,इमरान प्रतापगढ़ी के साथ संभल जाएंगे।
योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपियों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपियों के पोस्टर लगाए जाएंगे, ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले।