दिव्य और भव्य महाकुम्भ के साथ डिजिटल महाकुम्भ का मानक बनेगा प्रयागराज महाकुम्भ : मुख्यमंत्री
- प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, संतों के आशीर्वाद, आम जनमानस की सहभागिता के नये मानक गढ़ेगा महाकुम्भ: मुख्यमंत्री
- मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में अविरल और निर्मल गंगा के दर्शन और पवित्र कुम्भ स्नान से कोई भारतवासी वंचित नहीं होना चाहेगा
- 13 दिसंबर को प्रयागराज आएंगे प्रधानमंत्री, करेंगे मां गंगा का पूजन: मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री का आह्वान, बिजनौर से बलिया तक स्वच्छ हों गंगा जी, एक्टिव हों गंगा स्वच्छता समितियां
- मुख्यमंत्री का निर्देश, हर वर्ग के लोगों को महाकुम्भ से जोड़ें, कुम्भ महात्म्य का हो वैश्विक प्रचार-प्रसार
- प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने की महाकुम्भ की परियोजनाओं की समीक्षा, कहा, 2019 में कुंभ के सफल आयोजन के बाद हमसे अपेक्षाएं और अधिक
- प्रयागराज महाकुंभ के लिए पूरी दुनिया में उत्सुकता, जनसहयोग से प्रयागराज को सजाएं
- महाकुंभ में आने के लिए मिलेगी रोड, रेल और एयर की बेहतरीन कनेक्टिविटी, 7000 बसें चलाने की तैयारी
- कल्पवासी हो, स्नानार्थी हो या पर्यटक, सबकी सुरक्षा-सुविधा का रखें ध्यान, पुलिस का व्यवहार हो सहयोगात्मक: मुख्यमंत्री
प्रयागराज, 27 नवंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रयागराज महाकुम्भ दिव्य और भव्य महाकुम्भ के साथ डिजिटल महाकुम्भ का मानक बनेगा। उन्होंने कहा है कि मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में अविरल और निर्मल गंगा के दर्शन और पवित्र कुम्भ स्नान से कोई भारतवासी वंचित नहीं होना चाहेगा। इस बार का महाकुम्भ प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, संतों के आशीर्वाद, आम जनमानस की सहभागिता के नये मानक गढ़ने वाला होगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रयागराज का दौरा कर महाकुम्भ 2025 की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने महाकुम्भ को सामाजिक समता और जनभागीदारी का आदर्श उदाहरण बनाने का संकल्प जताया।
प्रधानमंत्री करेंगे मां गंगा का पूजन
मुख्यमंत्री ने बताया कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज आएंगे और मां गंगा का पूजन करेंगे। उन्होंने गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए 'बिजनौर से बलिया तक' गंगा स्वच्छता समितियों को सक्रिय करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गंगा को पूरी तरह स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जनसहयोग को प्राथमिकता दी जाए।
वैश्विक स्तर पर होगा महाकुम्भ महात्म्य का प्रचार
महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुम्भ के महत्व को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया जाए। हर वर्ग के लोगों को महाकुम्भ से जोड़ा जाए, ताकि यह आयोजन 'ग्रीन प्रयागराज-ग्रीन महाकुम्भ' के लक्ष्य के साथ विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़े। उन्होंने कहा कि 2019 में कुम्भ के सफल आयोजन के बाद हमसे अपेक्षाएं और अधिक हैं।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विशेष योजनाओं पर जोर दिया। पुलिस को सहयोगात्मक व्यवहार अपनाने का निर्देश देते हुए उन्होंने ड्रोन से निगरानी, साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष स्नान तिथियों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए और आपदा मित्रों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
बेहतर कनेक्टिविटी और स्वच्छता होगी प्राथमिकता
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी को बेहतरीन बनाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 7000 बसें चलाई जाएंगी और इलेक्ट्रिक बसों के जरिए स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन सुनिश्चित किया जाएगा। स्वच्छता के लिए अतिरिक्त मैनपावर लगाने और सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के साथ जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
डिजिटल और हरित महाकुम्भ का हो अनुभव
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को डिजिटल महाकुम्भ का भी अनुभव मिलेगा। तकनीकी प्रबंधों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे महाकुम्भ के विभिन्न आयामों को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया जा सके। साथ ही, प्रयागराज में मोहल्ला समितियों को सक्रिय करते हुए 'ग्रीन महाकुम्भ' के लक्ष्य को साकार किया जाएगा।
समयबद्ध और गुणवत्ता पूर्ण कार्यों का निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समय पर कार्य पूरे करने और गुणवत्ता से कोई समझौता न करने का निर्देश दिया। संगम नोज पर लैंड फिलिंग का कार्य और शहर की उखड़ी सड़कों का निर्माण समय पर पूरा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अति आत्मविश्वास से बचें और प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को तैयार रखें।
चिकित्सा और अन्य व्यवस्थाओं पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेला क्षेत्र में चिकित्सा के लिए अस्थायी अस्पताल तैयार करने और स्वच्छता को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने महाकुम्भ से जुड़े विभिन्न आयामों के अध्ययन के लिए विशिष्ट संस्थानों का सहयोग लेने पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ 2025 के लिए पूरी दुनिया में उत्सुकता है और इसे जनसहयोग से ऐतिहासिक बनाया जाएगा। उन्होंने महाकुम्भ की परियोजनाओं की प्रगति पर संतुष्टि जताई।