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हजारों अभ्यर्थी यूपी लोक सेवा आयोग का घेराव क्यों कर रहे हैं, उनकी क्या मांगें हैं ?

हजारों अभ्यर्थी यूपी लोक सेवा आयोग का घेराव क्यों कर रहे हैं, उनकी क्या मांगें हैं ?


 उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षाओं की नई तारीखें घोषित की गईं, जिसके बाद अभ्यर्थी इसका विरोध करने लगे। अभ्यर्थियों की मांग है कि ये परीक्षाएं दो दिन और एक से अधिक पालियों में हों, इसके अलावा परीक्षा में मूल्यांकन के लिए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले का उपयोग न किया जाए। इससे पहले 21 अक्टूबर को भी हजारों अभ्यर्थियों ने लोक सेवा आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन किया था।


दिसंबर में होनी हैं दोनों परीक्षाएं...

         इसमें से पीसीएस प्री की परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को होगी। ये परीक्षाएं 41 जिलों में आयोजित की जाएंगी‌। पीसीएस प्री की परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक और दूसरे सत्र की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से होगी। इसी तरह आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को होगी। 22 दिसंबर को पहली पाली की परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 5:30 बजे तक होगी। इसी तरह 23 दिसंबर की परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे तक होगी। इस तरह यह परीक्षा कुल तीन पालियों में कराई जाएगी, अभ्यर्थी इस परीक्षा के दो दिन कराए जाने का विरोध कर रहे हैं। छात्र चाहते हैं कि दोनों परीक्षाओं को एक दिन, एक शिफ्ट में आयोजित किया जाए।


यूपीपीएससी को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए कुल 5 लाख 76 हजार 154 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इस परीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को प्रदेश के सभी 75 जिलों में कुल 1758 केंद्रों की जरूरत थी, लेकिन आयोग को सिर्फ 55 फीसदी केंद्र ही मिले‌। आयोग को कुल 978 परीक्षा केंद्र ही मिले, जिसमें सिर्फ 4 लाख 35 हजार 74 अभ्यर्थियों की ही परीक्षा कराई जा सकती थी। इसी तरह आर ओ/एआरओ परीक्षा में कुल 10 लाख 76 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके लिए भी परीक्षा केंद्र की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पाई। परीक्षा को लेकर शासनादेश है कि कलेक्ट्रेट/कोषागार से 20 किमी की परिधि तक ही परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे और प्राइवेट कॉलेजों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा। कई मानकों के कारण इस परीक्षा के लिए भी पूरे परीक्षा केंद्र नहीं मिल सके।