वन दारोगा नियुक्ति पत्र CM योगी ने किया वितरित
प्रकृति को गैस चैंबर बनने से अगर कोई रोक सकता है तो वह एवं पर्यावरण विभाग और उसके कार्मिक।
अधूरा ज्ञान,अधूरी तकनीकी हमेशा खतरनाक होता है।
सरकारी नौकरी जब कोई पाता है तो वह निश्चिंत होकर अपने दायित्वो को भूल जाता है। जबकि उसको चाहिए कि वह अपने दायित्वों अपने इनोवेशन से कैसे शासन के प्रति ईमानदार हों।
पिछले 7 वर्षों से हमने चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया। एक चीज हमने किया कि जब नियुक्ति पत्र दें तो हम संवाद स्थापित करते हैं। नियुक्ति प्रक्रिया में शुचिता पारदर्शिता बरकरार रहे यही हम आयोगों से कहते आ रहे हैं। पिछले 7 वर्षों ने 7 लाख से ज्यादा युवाओ को सरकारी नौकरी दी है।
कल ही हमने दुनिया की सबसे बड़ी नौकरी का परीक्षा फल घोषित किया। 60 हजार से ज्यादा पदों पर करीब 50 लाख अभ्यर्थी थे। आज कई देशों की आबादी 50 लाख नही है।
अब वह समय गया जब कोई सरकारी भर्ती निकलती थी तो महाभारत के सारे नातेदार रिश्तेदार निकल पड़ते थे। अब किसी भी युवा के साथ भेदभाव नही होता।
सरकार आपसे इसीलिए अपेक्षा भी करती है। जब पारदर्शी तरीके से आपके चयन को करती है। तो आपकी भी राज्य और देश के प्रति जिम्मेदारी बनती है।