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सिविल डिफेंस अधिकारी मनोज वर्मा ने आपदा में राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण लिया

सिविल डिफेंस अधिकारी मनोज वर्मा ने आपदा में राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण लिया


सिविल डिफेंस अधिकारी मनोज वर्मा ने आपदा में राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण लिया

(उपनियंत्रक अनिता, ऋतुराज, सुनील भी प्रशिक्षित)

लखनऊ सिविल डिफेंस के सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी से मृत व्यक्ति के प्रबंधन का प्रशिक्षण सफलता पूर्वक हासिल कर न सिर्फ अपने विभाग का नाम रोशन किया अपितु उत्तर प्रदेश का भी नाम रोशन किया है।

     गौरतलब है कि दिनांक 24 दिसंबर से 27 दिसंबर 2024 तक नागपुर स्थित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी में मृत व्यक्ति के प्रबंधन का राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश, असम, उड़ीसा, केरला, कर्नाटक, गोवा प्रदेश से आए 26 सिविल डिफेंस के अधिकारी, वार्डन, होमगार्ड,  फायर विभाग के कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।

       नागरिक सुरक्षा निदेशालय उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (सिविल डिफेंस) अभय प्रसाद ने राष्ट्रपति पदक से अलंकृत लखनऊ सिविल डिफेंस के अधिकारी सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा के साथ साथ उपनियंत्रक अनिता प्रताप, स्टाफ अफसर टू चीफ वार्डन ऋतुराज रस्तोगी व राष्ट्रपति पदक प्राप्त डिवीजनल वार्डन सुनील कुमार शुक्ला को मृतक का प्रबंधन के लिए नामित किया था। सभी ने प्रशिक्षण को सफलता पूर्वक प्राप्त कर लिया।

        मनोज वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण, बहुमूल्य व लाभदायी था, प्रशिक्षण में प्राप्त जानकरी के बाद किसी भी आपदा में बड़ी संख्या में मारे गए लोगों के मृत शरीरो का सही और व्यवस्थित तरीके से निपटान का कार्य बेहतरीन तरीके से किया जा सकता है। मृतक की पहचान न होने पर उसके शरीर की किस किस एंगल से तस्वीरें ली जाती है, डेड बॉडी बैग में रखने के बाद लेबल कैसे लगाया जाता है, मृतक को किस जगह दफनाया जाना चाहिए, कितनी गहराई पर, दो डेड बॉडी में कितना गैप होना चाहिए, ये सब प्रशिक्षण में मौखिक रूप से और प्रैक्टिकल के द्वारा सिखाया गया।