
वार्ष्णेय समाज अब अपना राजनीतिक दल बनाएगा : नई दिल्ली
वार्ष्णेय समाज अब अपना राजनीतिक दल बनाएगा
नई दिल्ली। भारतवर्ष के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर समय-समय पर सरकारों को आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक सहयोग देकर देश के विकास में वार्ष्णेय वैश्य समाज का बहुत बड़ा योगदान रहा है, और प्राचीन काल से ही राष्ट्र निर्माण में वार्ष्णेय वैश्य समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है ।
वार्ष्णेय एक प्राचीन वैदिक भारतीय जाति है, जो महाराजा वृष्णि के वंशज है । द्वापर काल में श्री हरि विष्णु ने अपने आठवें अवतार इसी कुल में सोलह कलाओं से निपुण योगीराज भगवान श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था ।
देश में कई वैश्य समाज के घराने हैं जो लगभग सभी शीर्ष पार्टियों की हर संभव मदद करते हैं, परन्तु जब वैश्य समाज को उनके सहयोग की आवश्यकता पड़ती है, उस समय कोई भी राजनीतिक पार्टी या इनके सम्मानित पदाधिकारी वैश्य समाज को सहयोग करने के लिये आगे नहीं आते । अब वैश्य समाज का अभिन्न हिस्सा माने जाने वाले “वार्ष्णेय समाज” ने अपनी राजनीतिक सुदृढ़ता पाने के लिए राष्ट्रीय राजनीतिक दल बनाने का निर्णय लिया है तथा उसकी तैयारी में जुट गया है ।
इसी सन्दर्भ में वार्ष्णेय समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने संगठ