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 सर्वोदय संवाद! अहिंसा के रास्ते बुनियादी शिविर 27-28 फरवरी व 1 मार्च 2025 सरयू तट गायघाट

सर्वोदय संवाद! अहिंसा के रास्ते बुनियादी शिविर 27-28 फरवरी व 1 मार्च 2025 सरयू तट गायघाट


 सर्वोदय संवाद! अहिंसा के रास्ते बुनियादी शिविर 27-28 फरवरी व 1 मार्च 2025 सरयू तट गायघाट बहराइच उत्तर प्रदेश। 

वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। कांग्रेस पार्टी और संविधान के आदर्शों में प्रतिबद्धता रखने वाले कार्यकर्ताओं की कई पीढ़ियों ने आज़ादी और भारत निर्माण के लिए अपना खून पसीना और संसाधन झोंक दिए। इस त्याग से उलट,भारत को बांट कर उसके संसाधनों पर कब्ज़ा करने वाली ताकतें आज ताकतवर हुई है। दूसरी ओर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा दिखाई गई राह में विश्वास रखने वाले साथी अलग-थलग दिखते हैं और एक साथ आने की दिशा खोजने का संघर्ष कर रहे हैं।

      "सर्वोदय संवाद" कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और भारत के भविष्य के प्रति चिंतित अन्य साथियों की एक अखिल भारतीय पहल है। यह हाथ बढ़ाने, जुड़ाव स्थापित करने और एक दूसरे की ताकत बनने का प्रयास है। यह ऐसा शिविर है, जहां लगभग 50 कार्यकर्ता 3 दिन का समय एक साथ बिताकर अपनी विचारधारा,वर्तमान राजनीतिक हालात और समाज में अपनी भूमिका पर चर्चा करेंगे।

 इस समय का उपयोग हम एक दूसरे को एक व्यक्ति, मित्र और परिवार के सदस्य के तौर पर जानने समझने के लिए भी करेंगे। हमारी एकता में ही हमारी शक्ति है। शिविर सत्र संचालन और चर्चा के लिए 2 से 3 प्रशिक्षण प्राप्त साथी फैसिलिटेंटर की भूमिका में रहेंगे परंतु यह शिविर भाग लेने वाले सभी साथियों का हमारा अपना सामूहिक शिविर रहेगा। जिसमें राष्ट्र निर्माण में हमारी भागीदारी को लेकर सामूहिक रणनीति भी तैयार की जाएगी। शिविर के खर्चे भी हम सामूहिक तौर पर आपस में बांटेंगे।

         शिविर में भारत के लिए संघर्ष (स्वाधीनता संघर्ष के आयाम) संविधान की परिकल्पना, कांग्रेस पार्टी की विचारधारा (सिद्धांत और राजनीति) तथा भारत निर्माण की 140 वर्ष की यात्रा पर सत्र आयोजित किए जाएंगे।  इस दौरान हम आपसी चर्चा, सामूहिक विचार विमर्श और विभिन्न दृष्टिकोण को समझते हुए इतिहास को आज की राजनीति से जोड़कर हालात को समझने का प्रयास करेंगे। हम एक साथ समानता के साथ रहेंगे, एक साथ श्रमदान और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करेंगे और एक दूसरे को समझ कर आपस में जुड़ने की कोशिश करेंगे।