
थाना हुजूरपुर अंतर्गत इसराइल की हुई नृशंस हत्या को क्या रोका जा सकता था...?
थाना हुजूरपुर अंतर्गत इसराइल की हुई नृशंस हत्या को क्या रोका जा सकता था...?
खुलेआम चला तलवार,फरसा व छूरी,
वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। थाना हजूरपुर क्षेत्र के घोसिन पुरवा में पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान के बीच दिल दहला देने वाली घटना के बीच उस समय पूरे गांव में दहशत फैल गई जब हमले में पूर्व प्रधान इसराइल की धारदार हथियार मार दिए जाने के कारण मौत हो गई।
बताया गया कि थाना हजूरपुर अंतर्गत अली अहमद व इसराइल के परिवार के मध्य जानवरों को बीच रास्ते में खूंटा गाड़कर बांधने को लेकर विवाद में हादसा हुआ जिसमें एक की मौत व चार के घायल होने के बात बताई गई।लेकिन अगर सूत्रों की माने तो घटना को रोका भी जा सकता था। क्योंकि विवाद सुबह चार बजे का बताया जा रहा है जिसमें नसीरुद्दीन पुत्र हबीब, ग्राम घोसिनपुरवा द्वारा थाना हुजूरपुर द्वारा लगभग 10:00 बजे उक्त थाने पर रास्ते पर खूंटा गाड़ने को लेकर विपक्षियों के खिलाफ भद्दी_भद्दी गालियां,मारने पीटने व जान से मारने आदि को लेकर तहरीर दी गई थी और थोड़ी ही देर बाद दूसरे पक्ष द्वारा भी एक तहरीर दी गई। लोग बताते हैं कि अगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता और मौके पर चली जाती तो हुई घटना को टाला भी जा सकता था।जबकि मामले में क्रॉस एफ. आई .आर. दर्ज हो चुकी थी।
लेकिन सूत्रों की माने तो इस दौरान विपक्षियों द्वारा बहराइच के बंदरियाबाग आदि क्षेत्रों से कुछ स्मैक के कारोबारी व अपने रिश्तेदारों के साथ प्राण घातक हथियारों से लैस होकर घटना को अंजाम दे दिया गया। जिसमें तलवार, फरसा, छूरी व कट्टा आदि के शामिल होने की बात बताई जा रही है। जिसमें इसराइल, मोइनुद्दीन, तौफीक, सोनू व मुफीद के घायल होने की बात बताई गई। घटी घटना में इसराइल की मौत हो चुकी है। जिसे सगीर व शकीला द्वारा पकड़ने व बन्नने द्वारा छूरा मारने की बात बताई जा रही है।
जबकि इसराइल के बेटे सोनू की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद पीड़ित पक्ष की ओर से एक दूसरी तहरीर भी दी गई जिसमें वर्तमान प्रधान बन्नने पुत्र जवाहिर, सगीर, अली अहमद उर्फ बड़कऊ, अशरफ पुत्रगण रमजान व मरजीना पत्नी अशरफ निवासीगण गौरा घोसिनपुरवा थाना हुजूरपुर जबकि अकील पुत्र शकील, शकीला पत्नी शकील, राज पुत्र झोखू, अबरार पुत्र अशरफ, शाहिद अली व उस्मान पुत्रगण बाठे निवासी बंदरियाबाग कोतवाली देहात को नामजद आरोपित किया गया।
उक्त घटना को लेकर जब थाना एसएचओ हजूरपुर अनिल कुमार मिश्रा से तरुणमित्र द्वारा बात की गई तो उन्होंने पहली दी गई तहरीर की बात को स्वीकार करते हुए क्रॉस केस दर्ज किए जाने की बात बताई। श्री मिश्रा ने पूछने पर बताया कि यहां से जाने के बाद दोनों पक्षों ने आपस में पुनः झगड़ा कर लिया।लेकिन पीड़ित पक्ष का कहना है कि यदि पुलिस मामले में तत्काल सक्रिय हो जाती तो इसराइल की जान बच सकती थी। क्योंकि घटना थाने से लौटने के दो_तीन घंटे के बाद घटी थी। श्री मिश्रा ने बताया कि मामले में 147,48,49, 323,307,308,व 302 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।तहकीकात की जा रही है।
जबकि इसराइल की मौत जिला चिकित्सालय में होना बताया गया।हालांकि सूत्रों की माने तो मुस्लिम समाज का एक वर्ग पिछले कई वर्षों से पुलिस की मिली भगत से स्मैक व भूमि की बिक्री/ कब्जाने को लेकर अपने-अपने दुश्मनों पर हमलावर हो रहे हैं। जिससे ज्यादातर मामलों में केस न दर्ज होने पर क्रॉस केस दर्ज होने की बात बताई जा रही है। दोनों पक्षों का पुलिस द्वारा आर्थिक दोहन करने की बात भी बताई गई।जिसमें कई मामलों में पुलिस पर खुलेआम आरोप भी लग चुके हैं।
वह भी तब जब आईजीआरएस मामलों में कई बार बहराइच पुलिस उत्तर प्रदेश में नंबर वन का ताज पहन चुकी है।बहराइच में लगातार घट रहे आपराधिक घटनाओं को लेकर लोगों का कहना है कि यदि बहराइच पुलिस अपराधियों व अपराध के खिलाफ मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस के मंसूबों पर पूरी ईमानदारी से कम करें तो कई छोटी बड़ी घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जैसा कि पूर्व पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला के कार्यकाल में देखने को मिलता रहा।