उत्तराखंड में आसमान से फिर बरसी आफत, गंगोत्री नेशनल हाईवे पर हिमस्खलन; फंसे यात्री
उत्तराखंड में आसमान से फिर बरसी आफत, गंगोत्री नेशनल हाईवे पर हिमस्खलन; फंसे यात्री
उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रही है। भारी बारिश और बर्फबारी के बाद चारों धामों से एक गंगोत्री रूट पर हिमस्खलन हुआ है। हिमस्खलन की वजह से नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से बाधित हो गया है, जिससे यात्री जगह-जगह फंस गए हैं।
बंद सड़क को खोलने के लिए जिला प्रशासन और बीआरओ की टीमें युद्धस्तर पर काम करने में जुटी हुई है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हर्षिल घाटी में धराली और जांगला पुल के बीच चांगथांग में बड़ा हिमस्खलन हुआ।
इसके चलते हाईवे पर यातायात ठप हो गया। हिमस्खलन गंगोत्री हाईवे से करीब सौ मीटर नीचे भागीरथी नदी तक हुआ था, जहां बीआरओ की मशीनरी हाईवे से हिमखंड हटाकर यातायात सुचारु करने में जुटी हैं। देर शाम तक हाईवे के सुचारु होने की उम्मीद है।
बीआरओ को शनिवार सुबह जैसे ही चांगथांग में किमी 15 से 17 के बीच हिमस्खलन की सूचना मिली, हाईवे खोलने को तत्काल जेसीबी व लोडर मशीन मौके पर भेजी गई। गंगोत्री हाईवे पर धराली और जांगला पुल के बीच में तीसरी बार चांगथांग में हिमस्खलन हुआ है।
इस कारण गंगोत्री धाम सहित अंतरराष्ट्रीय तिब्बत सीमा का जिला मुख्यालय से सम्पर्क कटा है। मौसम विभाग ने पिछले दिनों ऊंचाई वाले स्थानों में हिमस्खलन की चेतावनी दी थी और हिमस्खलन की घटना लगातार सामने भी आई है।
बीते माह 28 फरवरी को जनपद के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के कारण डबराणी, झाला के समीप और धराली और भैरव घाटी के बीच भारी हिमस्खलन हुआ था।
बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि हाईवे से हिमखंड को हटाने का काम जारी है। देर शाम तक हाईवे खुलने की उम्मीद है। हालांकि, गंगोत्री तक मार्ग नॉन स्किड चेन वाले चौपहिया वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु है।