
120 कलस्टरों के 82 ग्रामों में संचालित हुआ जागरूकता कार्यक्रम
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित किये गये कृषक
वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। उप कृषि निदेशक शिशिर कुमार वर्मा ने बताया कि जनपद में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने तथा किसानों को जागरुक करने के उद्देश्य से ब्लाक बलहा की ग्राम पंचायत केशवापुर कलस्टर, रिसिया की ग्रा.पं. जमुनहा एवं लखैयाजदीद, चित्तौरा की बल्दीपुरवा, टेडिया एवं बेगमपुर, हुजूरपुर की ग्रा.पं. हरिहरपुर, आदिलपुर निबुईकला, इमिलिया, तेजवापुर की मिर्जापुर तिलक एवं जब्दी, जरवल की बसहियापाते एवं चिलौली, शिवपुर की चहलार एवं नकहा, विशेश्वरगंज की चरनिवाकोट, मिहींपुरवा की अयोध्यागांव, सुजौली, गगापुर एवं चिकनिया, फखरपुर की डिहवाकला, फखरपुर की शिवराजपुर, महसी की ग्राम पंचायत मुकेरिया एवं करेहना में प्राकृतिक खेती जागरुकता गोष्ठी का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषकों द्वारा बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी मोनिका रानी के प्रयासों से प्रदेश सरकार एवं कृषि निदेशालय द्वारा जनपद के किसानों की आय वृद्धि, पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य के अधिक सुदृ डीकरण के उद्देश्य से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु जिले में 50-50 हेक्टेयर के 120 क्लस्टर गठित करने की कवायद चल रही है। इन्ही गठित कराये गये क्लस्टरों में कृक्षकों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने हेतु कृषक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन कराया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए उप निदेशक कृषि शिशिर कुमार वर्मा ने बताया कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के दृष्टिगत चयनित क्लस्टरों में कृषकों को प्राकृतिक खेती करने के लिये जागरुक करने हेतु 30 अप्रैल 2025 तक जागरुकता अभियान प्रारम्भ किया जायेगा।
अभियान के दौरान भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन विभाग (एनआरएलएम) की कृषि सखियों को गत वर्ष जनपद के कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा एवं बहराइच में प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण कृषि वैज्ञानिकों द्वारा प्रदान किया गया है। कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ प्रशिक्षित कृषि सखियां अपने-अपने क्लस्टर की रिसोर्स पर्सन के रुप में कार्य करते हुए चयनित क्लस्टरों के किसानों को कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ प्राकृतिक खेती हेतु जागरुक कर रही है।