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बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वाभिमान–सम्मान समारोह एवं महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती का भव्य आयोजन

बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वाभिमान–सम्मान समारोह एवं महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती का भव्य आयोजन



 बलहा विधानसभा के ग्राम पंचायत मंझाव में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वाभिमान–सम्मान समारोह एवं महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती का भव्य आयोजन

वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी एवं समाजवादी अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ, बहराइच के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम पंचायत मंझाव में “बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वाभिमान–सम्मान समारोह” के चौथे दिन भारत रत्न बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के जीवन, संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके ऐतिहासिक योगदान को तथा सामाजिक क्रांति के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा फुले जी की जयंती को श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया।


कार्यक्रम में पूर्व विधायक शब्बीर वाल्मीकि ने कहा, “बाबा साहब और ज्योतिबा फुले ने समाज के शोषित-वंचित तबके को आवाज़ दी। उनके विचार आज भी हमें बराबरी और इंसाफ़ की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा देते हैं। हमें इन दोनों महापुरुषों के आदर्शों को अपनी सोच और कार्यों में उतारना चाहिए।”


पूर्व विधायक रमेश गौतम ने कहा, “महात्मा फुले और डॉ. अंबेडकर ने शिक्षा को सबसे बड़ा हथियार बताया। आज जरूरत है कि हम शिक्षा, चेतना और आत्मगौरव के साथ सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एकजुट होकर आगे बढ़ें।”


संत कुमार पासी, जिलाध्यक्ष, समाजवादी अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ, बहराइच ने कहा, “महात्मा फुले ने समाज की जड़ता को तोड़ा और डॉ. अंबेडकर ने उसे संविधान का स्वरूप दिया। दोनों ने सामाजिक न्याय को एक ठोस धरातल पर स्थापित किया। हमें उनके दिखाए रास्ते को जन-जन तक पहुंचाना है।”


पेशकार राव, जिलाध्यक्ष, समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी, बहराइच ने कहा, “बाबा साहब और ज्योतिबा फुले ने समानता और मानव गरिमा की मशाल जलाई। आज वह मशाल हमारे हाथों में है—हमें इसे बुझने नहीं देना है, बल्कि इसे और प्रखर बनाना है।”


रेखा राव, प्रदेश सचिव, समाजवादी महिला सभा ने कहा, “महात्मा फुले ने महिलाओं के लिए शिक्षा के दरवाज़े खोले और बाबा साहब ने उन्हें संवैधानिक अधिकार दिए। महिला सशक्तिकरण की बुनियाद इन दोनों महापुरुषों ने रखी, हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करें।”


शैलेश सिंह शैलू मौर्य राजवंश, प्रदेश उपाध्यक्ष, समाजवादी युवजन सभा ने अपने संबोधन में कहा, “बाबा साहब और महात्मा फुले एक विचारधारा नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की क्रांति हैं। जब तक अंतिम व्यक्ति तक सम्मान, अधिकार और अवसर नहीं पहुंचेगा, तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हमें इन दोनों महामानवों की जयंती नहीं, बल्कि उनकी चेतना को गांव-गांव, गली-गली तक ले जाना है।”

इस अवसर पर समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष कुलदीप राव सहित अनेक कार्यकर्ता, युवा एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का सफल आयोजन मनोज कुमार गौतम द्वारा किया गया, जिन्होंने बाबा साहब और फुले जी के विचारों को समाज में प्रसारित करने की प्रतिबद्धता जताई।कार्यक्रम का संचालन राज कुमार गौतम ने किया।