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कबाड बना पंचायत भवन सूखा पड़ा अमृत सरोवर

कबाड बना पंचायत भवन सूखा पड़ा अमृत सरोवर

 


कबाड बना पंचायत भवन सूखा पड़ा अमृत सरोवर 

वीरेंद्र कुमार राव, बहराइच। बहराइच (महसी )मामला महसी,ब्लाक तेजवापुर के ग्राम पंचायत नहकटिया का बताया जा रहा है। जहां पड़ताल करने पर पता चला कि ग्राम पंचायत,  पंचायत भवन में न तो कम्प्युटर/ सामग्री है और न ही वहां कोई कुर्सी ही है। और तो और पंचायत भवन के मेन गेट पर एक ही पल्ला लगा है।हाल यह है कि वहां स्थित शुलभ शौचालय भी बंद रहता है जहां पानी तक की  व्यवस्था नहीं है। 

अगर बात प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री की अति महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर की,की जाए तो मौके पर पानी की एक बूंद भी नही है। जबकि विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि पंचायत भवन में कम्प्यूटर और स्टेशनरी के नाम पर सरकार की तरफ से क्षेत्र के विकास हेतु जो लाखों का बजट भेजा जाता है उसका प्रधान/सचिव के मिलीभगत से बंदरबांट कर लिया जाता है। और विकास के लिए होने वाले कार्यों को भ्रष्टाचार की बेदी पर शहीद कर दिया जाता है। जिसकी भनक मुख्यमंत्री को भी लग चुकी है।शायद इसीलिए प्रधानो द्वारा करवाए गए विकास कार्यों में भ्रष्ट्राचार की गंध राजधानी तक फैल जाने के कारण भ्रष्टाचार को जीरो टॉलरेंस की प्राथमिकता देने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं प्रधानों द्वारा करवाए गए विकास कार्यों का स्वयं संज्ञान लेते हुवे जांच कर कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं। यदि पूरी निष्पक्षता से जांच की गई तो रिकॉर्ड पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है।

क्योंकि जिले की पंचायती क्षेत्र में जहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ती जा रही है वहीं सरकारी जिम्मेदार सरकारी धन को डकार कर  सरकार को ही बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में करवाए जा रहे सरकारी कार्यों में जिम्मेदारों के संरक्षण में ही भ्रष्टाचार की सारी पराकाष्ठा को खुलेआम पार किया जा रहा है और निरीक्षण के नाम पर ग्रामीणों के साथ छलावा किया जा रहा है। उक्त संदर्भित प्रकरण के संदर्भ में जब खंड विकास अधिकारी राजेंद्र प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत भवनो की स्थित देखने के लिए टीम का गठन किया गया है जल्द ही कठोर कार्रवाई की जायेगी।मामले को देखते हुवे यदि ये कहा जाए कि काम न धाम सरकारी धन का हो रहा बंदरबांट तो शायद गलत नहीं होगा।